Author: Barun Kumar
त्वमेव माता च पिता त्वमेव
देवस्तुति: त्वमेव माता च पिता त्वमेव पूरा पढ़ें...
अटल बिहारी वाजपेयी रचित कविता “जीवन बीत चला”
25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में जन्में श्री अटल बिहारी वाजपेयी सिर्फ एक राजनीतिज्ञ ही नहीं बल्कि एक प्रखर कवी भी थे. अटल बिहारी वाजपेयी को सन् 2015 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. इस पोस्ट में पढ़िए उनकी कविता "जीवन बीत चला". पूरा पढ़ें...
लाइट बल्ब अविष्कारक थॉमस एल्वा एडिसन की कहानी
थॉमस एल्वा एडिसन, अमेरिकी अविष्कारक और बिजनेसमैन, को कौन नहीं जानता? रातों को भी दिन की तरह रोशनी से जगमगाने के लिए दुनिया को लाइट बल्ब देने का श्रेय इन्ही के नाम है. इतना ही नहीं 1093 आविष्कार तो उनके नाम से पेटेंट है। वैसे उन्होंने करीब 3 हजार आविष्कार किए. एडिसन को अमेरिका का सर्वश्रेष्ठ अविष्कारक माना जाता है. पूरा पढ़ें...
बैताल पचीसी की कहानी
बेताल पचीसी जो विक्रम और बेताल के नाम से प्रसिद्द हुआ था दूरदर्शन पर सीरियल आने के बाद राजा विक्रम और बेताल के बीच घटित और बेताल के द्वारा कही 25 कहानियों का संग्रह है. बेजोड़ जोड़ा के द्वारा पढ़िए इन्ही कहानियों को. पूरा पढ़ें...
मैरीलीन मोनरो की जीवनी
मैरीलीन मोनरो अपने समय की ऐसी अभिनेत्री थीं जिसे संसार फिल्म इतिहास की शुरुआती समय के "ब्लॉन्ड बॉम्ब्शेल" के तौर पर जानता है. उनकी जीवन यात्रा तो छोटी रही पर नाम इतने बड़े हुए की फ़िल्मी हीरोइन्स की बात जब भी होती है उनका नाम स्वयं ही आ जाता है. उनकी सुंदरता और ब्लॉन्ड अवतार के कौन कायल नहीं रहे. पूरा पढ़ें...
कहानी क्वीन ऑफ़ द डार्क की – Queen of the Dark
"क्वीन ऑफ़ द डार्क" यानि कि "काली त्वचा की रानी" के नाम से प्रसिद्ध मॉडल यकिम गैटविच की सफलता हम सभी के लिए एक उदहारण प्रस्तुत करती है और स्किन पर कमैंट्स करनेवालों के गालों पर तमाचा लगाती है. पूरा पढ़ें...
V. Unbeatable rocks the world stage by performing in America’s Got Talent
यदि आप किसी समस्या से ग्रसित हैं, बहुत परेशान है, जिंदगी बोझिल सी हो गई है तो यहाँ रुकिए और ये देखिये. पूरा पढ़ें...
समय: एक महान उपचारक
उस दिन समय पर पटना पहुँचकर हम बहुत खुश थे। रेलवे प्लेटफ़ॉर्म को छोड़कर हमने अपने दोस्त के घर जाने के लिए एक ऑटो-रिक्शा किराए पर लिया, क्योंकि उसने मुझे फोन किया कि उसने अपने साथ एक इमारत में पहले से ही मेरे लिए एक कमरा ले रखा था। पूरा पढ़ें...
कुंज कुटीरे यमुना तीरे – माखनलाल चतुर्वेदी
कविता "कुंज कुटीरे यमुना तीरे" आधुनिक भारत के प्रखर राष्ट्रवादी लेखक, कवि व विलक्षण पत्रकार पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की कृति है. पंडित माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म 4 अप्रैल 1889 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में बाबई नामक जगह पर हुआ था. पूरा पढ़ें...
कैदी और कोकिला – माखनलाल चतुर्वेदी
कविता "कैदी और कोकिला" आधुनिक भारत के प्रखर राष्ट्रवादी लेखक, कवि व विलक्षण पत्रकार पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की कृति है. पंडित माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म 4 अप्रैल 1889 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में बाबई नामक जगह पर हुआ था. पूरा पढ़ें...