Category: आज के सितारे
यहाँ होगी ख़ास सितारों की बातें, उनके ख़ास दिनों पर.
साठ और सत्तर के दशक में मुमताज़ जैसी चमक किसी की नहीं थी
वक्त की एक खास बात होती है कि ये गुजर जाती है, लेकिन कोई भी वक़्त ऐसा नहीं है जो हमें कुछ ना कुछ नहीं दिया हो. ऐसे ही एक वक़्त ने हमें मुमताज दिया. पूरा पढ़ें...
वो एक्टर जो प्यार का बदला लेने के लिए अपना धर्म बदल लिया
कोई अपने आप को कितना बदल सकता है, जितना वो चाहे. जहाँ तक उसकी ज़िद हो. जितना हो जाने पर अपने आप को सुकून दे सके. ऐसा ही कुछ बदलाव किया था अर्जुन कपूर ने. पूरा पढ़ें...
करिश्मा कपूर: एक पुरे दशक तक बॉलीवुड को गुलज़ार रखने वाली हिरोईन
वक़्त की एक सबसे खास बात यह है कि ये बदलता रहता है. और इसी बदलते हुए क्रम में यह ना जाने कितनी ही यादें दे जाती है. अच्छी-बुरी हर तरह की यादें. वक़्त ही ऐसी चीज है जो सौ प्रतिशत सच है. यह किसी के साथ भेदभाव नही करती. वक्त सबकुछ बदल सकता है लेकिन कुछ खूबसूरत यादों को कभी नहीं बदल सकता. ऐसी ही एक खूबसूरत याद है करिश्मा कपूर. पूरा पढ़ें...
वो हीरोइन जो डंके की चोट पर कहती है, मैं पैसों के लिए काम नहीं करती
सोनम कपूर कपूर खानदान की सबसे काबिल एक्टर में से एक है. पापा अनिल कपूर के दम पर नहीं बल्कि अपनी मेहनत से अपना मकाम हासिल की है सोनम ने अपने अब तक के बॉलीवुड कैरियर में. पूरा पढ़ें...
शिल्पा शेट्टी: लटकती लटों वाली खूबसूरत हिरोईन
अभिनय के सभी हुनर को अपने अंदर समेटती हुई, एक खूबसूरत सी दिलकश अदाकारा, बोलती हुई आँखें और हमेशा ही गीले रहने वाले होंठ, लटकती हुई लटें और मटकती हुई कमर, लेकिन नाम सिर्फ एक - शिल्पा शेट्टी. पूरा पढ़ें...
बाप ने कहा बिहारी लड़की हिरोईन नहीं बनेगी, बेटी खुद बन गयी
तीन भाई - बहनों में सोनाक्षी सबसे छोटी है. उनसे बड़े उनके दो जुड़वाँ भाई है - लव सिन्हा और कुश सिन्हा. रामायण से प्रेरित होकर पापा शत्रुघ्न सिन्हा से बच्चों के ये नाम रखे थे. कमाल की बात तो ये भी है कि उनके बंगला का नाम रामायण है. पूरा पढ़ें...
रोहित शर्मा: इनके जैसा क्लास आज किसी भी बल्लेबाज के पास नहीं है.
रोहित आईपीएल के सबसे सफल कप्तान है. उनके कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने तीन बार ट्रॉफी जीती. कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने दो बार चैम्पियंस लीग ट्रॉफी जीती. पूरा पढ़ें...
आशीष नेहरा: नेहरा से “नेहरा जी” बनने तक का सफर
नब्बे के आधे दशक में दिल्ली के दो लड़के अपनी जवानी के उफान पर था. दोनों का पढाई में हाथ कड़ा था तो क्रिकेट प्रैक्टिस करता था. एक लड़का मोटा था तो एक पतला. मगर दोनों क्रिकेट का तेज तर्रार खिलाडी था. पूरा पढ़ें...
सचिन तेंदुलकर: जब लोगों ने नयी दुनिया को देखा
विश्व क्रिकेट को ऐसे डिफाइन किया जा सकता है - सचिन से पहले और सचिन के बाद. सचिन पर अब तक ना जाने कितना कुछ लिख अजा चुका है और कितना कुछ लिखा जाना बाकि है. चाहे जितना भी लिखा जाए, कभी कम नहीं पड़ने वाला. पूरा पढ़ें...
मनोज बाजपेयी: जिनके सामने सुपरस्टार भी पानी माँगते है
दुनिया में दो तरह के लोग होते है. पहले वो जिसे भगवान ने कुछ हुनर बक्शी होती है. दूसरे वो जो खुद के दम पर अपने अंदर एक हुनर को पैदा करता है. क्योंकि उसके पास जो है उससे वो खुश तो है लेकिन संतुष्ट नहीं है. मनोज बाजपेयी दूसरे तरफ वाले में आते है. पूरा पढ़ें...