फेल हो जाना आखिरी मंज़िल नहीं है

तुम कौन हो ? तुम क्या हो ? तुम क्यों हो ? क्या तुम्हें तुम्हारे आलावा कोई जानता है ? क्या तुम अपने सपनों को किसी और का समझते हो ? पूरा पढ़ें...

फेल हो जाना आखिरी मंज़िल नहीं है

व्ययंग: कहीं आप भी मुर्ख तो नहीं. . . !!

दिनभर मैंने खूब सोचा की ये जो मुर्ख होते हैं ये कौन होते हैं, ये कहाँ से आते है और ये रहते कहाँ हैं. तो काफी कुछ पडताल के बाद मुझे सबकुछ तो नहीं पर बहुत कुछ हासिल हुआ. और जो भी कुछ हासिल हुआ उसका सार हम आपके बीच में पडोसने जा रहे है. पूरा पढ़ें...

व्ययंग: कहीं आप भी मुर्ख तो नहीं. . . !!