Category: मनोरंजन
दुनिया में कौन ऐसा व्यक्ति है, जिसे मनोरंजन पसंद ना हो. सबको होता है भाई साहब, इसीलिए तो हमने एक अलग से कॉलम बनाया है ताकि आप तक स्वस्थ मनोरंजन पहुँच सके. इस स्वस्थ मनोरंजन में आपके लिए फनी बातें और कुछ ऐसी चटपटी चीजों से सामना होता जिससे कि आपका मूड पूरा हल्का हो जाएगा, फिर चाहे बातें खेल की हो फिल्म की हो या अंतरिक्ष की. क्या फर्क पड़ता है.
क्या विवाद हो रहा है मणिकर्णिका के लिए क्रिश और कंगना के बीच?
सिमरन के राईटर अपूर्व असरानी और डायरेक्टर हंसल मेहता ने भी ट्वीट किया है. पूरा पढ़ें...
फिल्म रिव्यू: ठाकरे
फिल्म अच्छी है, देखी जानी चाहिए. बालासाहेब ठाकरे - एक प्रेरणादायक यात्रा. पूरा पढ़ें...
फिल्म रिव्यू: मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ झाँसी
रानी लक्ष्मीबाई का जीवन किसी एक हिट फिल्म के स्क्रिप्ट से ज्यादा पावरफुल है. पूरा पढ़ें...
उरी फिल्म देखनी क्यों जरूरी है हर भारतीय के लिए?
इस आर्टिकल को पढ़ना भी उतना ही जरूरी है मितरों. पूरा पढ़ें...
फिल्म रिव्यू: ज़ीरो
कहानी है मेरठ के रहने वाले एक इंसान की जिसका नाम है बौआ सिंह (शाहरुख़ खान). ३८ साल के बौआ सिंह का शारीरिक कद छोटा रह गया है जिसे आम तौर पर लोग बौना बुलाते हैं. पूरा पढ़ें...
फिल्म रिव्यू: एक्वामैन – होम इज कॉलिंग
अमेरिका के मेन शहर के समंदर में एक तूफान के कारण एक जलपरी घायल अवस्था में किनारे पर बेहोश पड़ी होती है. तभी उनपर एक लाइट हाऊस के रक्षक थॉमस (टेमोरा मॉरिसन) की नज़र उसपर पड़ती है पूरा पढ़ें...
भारतीय क्रिकेट का वो तूफ़ान ऑलराउंडर, जिसके सितारे अब गर्दिश में है.
उनको जब भी मौका मिला, वो रन बरसाए. जब भी क्रीज पर उतरा, दर्शकों को भरपूर मनोरंजन दिया. जब भी दाँये घुटने को जमीं से टिकाया, गेंद को दर्शक दीर्घा में पहुँचाया. पूरा पढ़ें...
बिहार-झारखण्ड और नेपाल के धरोहर को समृद्ध बनाता सामा-चकेवा
सामा-चकेवा के आठ दिवसीय त्योहार का प्रकृति एवं पर्यावरण से गहरा संबंध है. क्योंकि इस आयोजन का एक बड़ा उदेश्य मिथिला क्षेत्र में आने वाले प्रवासी पक्षियों को सुरक्षा और सम्मान देना भी है, जो इन दिनों दूर दराज से इस क्षेत्र में आते है. पूरा पढ़ें...
फिल्म रिव्यू: ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान
जब इस फिल्म का ट्रेलर आया था तब लोगों ने कहा था कि यह पाइरेट्स ऑफ द कैरेबियन की हिंदी रीमेक है, इसका वीएफएक्स अच्छा नहीं है और फिर ना जाने क्या-क्या। पूरा पढ़ें...
कहानी नटवर लाल की, जिसने तीन बार ताज महल को बेच दिया था
आज बात होगी उस शख्स की जिसने आपने कामों से या ऐसे बोले की कारनामों से प्रशासन और सरकार की नींदें उड़ा दी थी. वो शख्स कोई और नहीं बल्कि मिथलेश कुमार श्रीवास्तव था, उर्फ़ मि. नटवरलाल. पूरा पढ़ें...