Category: साहित्य
साहित्य – संगीत – कलाविहीनः, साक्षातपशु पुच्छविषानहीनः. मतलब ये कि जिस इंसान को साहित्य, संगीत और कला में दिलचस्पी नहीं है वो बिना पूँछ के पशु सामान है. और हमें बखूबी पता है कि आप ऐसे नहीं है. आपको तो दिलचस्पी है ही. तो यहाँ पर आपको कहानी, कविता, व्ययंग, प्रहसन और बहुत सारे ऐसे चीज मिलेंगे जिनसे आपकी साहित्यिक दिलचस्पी को पूरा किया जा सकेगा (बी पॉजिटिव).
उधार का बोझ – तेनालीराम की कहानी
एक बार किसी वित्तीय समस्या में फंसकर तेनालीराम ने राजा कृष्णदेव राय से कुछ रुपए उधार लिए थे। समय बीतता गया और पैसे वापस करने का समय भी निकट आ गया, परंतु तेनाली के पास पैसे वापस लौटाने का कोई प्रबंध नहीं हो पाया था, पूरा पढ़ें...
तेनालीराम और चोटी का किस्सा – तेनालीराम की कहानी
एक दिन बातों-बातों में राजा कृष्णदेव राय ने तेनालीराम से पूछा, ‘अच्छा, यह बताओ कि किस प्रकार के लोग सबसे अधिक मूर्ख होते हैं और किस प्रकार के सबसे अधिक सयाने?’ पूरा पढ़ें...
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी
सिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,बूढ़े भारत में आई फिर से नयी जवानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी... पूरा पढ़ें...
रसगुल्ले की जड़ – तेनालीराम की कहानी
मध्य पूर्वी देश से एक ईरानी शेख व्यापारी महाराज कृष्णदेव राय का अतिथि बन कर आता है। महाराज अपने अतिथि का सत्कार बड़े भव्य तरीके से करते हैं और उसके अच्छे खाने और रहने का प्रबंध करते हैं, और साथ ही कई अन्य सुविधाएं भी प्रदान करते हैं। पूरा पढ़ें...
स्वर्ग की खोज – तेनालीराम की कहानी
महाराज कृष्णदेव राय अपने बचपन में सुनी कथा अनुसार यह विश्वास करते थे कि संसार-ब्रह्मांड की सबसे उत्तम और मनमोहक जगह स्वर्ग है। एक दिन अचानक महाराज को स्वर्ग देखने की इच्छा उत्पन्न होती है पूरा पढ़ें...
अरबी घोड़े – तेनालीराम की कहानी
महाराज कृष्णदेव राय के दरबार में एक दिन एक अरब प्रदेश का व्यापारी घोड़े बेचने आता है। वह अपने घोड़ो का बखान कर के महाराज कृष्णदेव राय को सारे घोड़े खरीदने के लिए राजी कर लेता है पूरा पढ़ें...
देवता का बन्द मंदिर – अकबर बीरबल की कहानी
एक दिन शहंशाह अपने दरबार मे बैठे लोगों से धर्म के मसले पर बात कर रहे थे – पूरा पढ़ें...
चित्रकार की व्यथा – अकबर बीरबल की कहानी
शहंशाह अकबर एक बहुत गुस्सेल शहंशाह थे। उन्हें बहुत जल्दी गुस्सा आ जाया करता था। कभी-कभी तो गुस्से में आकर छोटी सी गलती पर भी वे लोगों को बड़ी सज़ा दे दिया करते थे। पूरा पढ़ें...
मूर्ख लोगों की सूची – अकबर बीरबल की कहानी
एक दिन शहंशाह अकबर दरबार मे अपने लोगों के साथ बैठे थे, तभी अचानक शहंशाह बोले – पूरा पढ़ें...
जादुई गधा – अकबर बीरबल की कहानी
एक दिन शहंशाह अकबर ने अपनी रानी को बहुत बेष कीमती हार तोहफे में दिया। रानी उस बेष कीमती हार को देखकर बहुत खुश हुईं। पूरा पढ़ें...