धूर्त बिल्ली का न्याय – संधि-विग्रह की कहानी

एक जंगल में विशाल वृक्ष के तने में एक खोल के अन्दर कपिंजल नाम का तीतर रहता था । एक दिन वह तीतर अपने साथियों के साथ बहुत दूर के खेत में धान की नई-नई कोंपलें खाने चला गया। पूरा पढ़ें...

धूर्त बिल्ली का न्याय – संधि-विग्रह की कहानी

हाथी और चतुर खरगोश – संधि-विग्रह की कहानी

एक वन में ’चतुर्दन्त’ नाम का महाकाय हाथी रहता था । वह अपने हाथीदल का मुखिया था । बरसों तक सूखा पड़ने के कारण वहा के सब झील, तलैया, ताल सूख गये, और वृक्ष मुरझा गए पूरा पढ़ें...

हाथी और चतुर खरगोश – संधि-विग्रह की कहानी

कौवे और उल्लू के वैर की कथा – संधि-विग्रह की कहानी

एक बार हंस, तोता, बगुला, कोयल, चातक, कबूतर, उल्लू आदि सब पक्षियों ने सभा करके यह सलाह की कि उनका राजा वैनतेय केवल वासुदेव की भक्ति में लगा रहता है पूरा पढ़ें...

कौवे और उल्लू के वैर की कथा – संधि-विग्रह की कहानी