आयशा टाकिया: जो सलमान खान की लेडी लक बनके आयी
ऐसा नहीं है की इससे बेहतर कोई नहीं है. ऐसा भी नहीं है की इससे बेहतर कोई नहीं होगी. लेकिन इसमें कुछ ऐसा है की देखने वालों के नज़रों को ठंढक देती है. और ये ठंढक मिलता है उनकी मुस्कान की वजह से. .!! ओह सॉरी. . . उनकी मधुर मुस्कान की वजह से. साल 1986 में 10 अप्रैल को मुंबई में जन्मीं आयशा के पापा हिन्दू है और माँ मुस्लिम. तो इनकी परवरिश की बेहद ही करीने से हुई. चेम्बूर (मुंबई) की सेंट एंथोनी गर्ल्स हाई स्कूल से इन्होंने अपनी पढाई पूरी की.
15 साल की उम्र से ही मॉडलिंग करने वाली आयशा को अपना सबसे पहला ब्रेक मिला कॉम्प्लान के एड से. बाद में वो फाल्गुनी पाठक की पॉपुलर हिट म्यूजिक वीडियो मेरी चुनर उड़-उड़ जाए में दिखी. और जब दिखी तो क्या दिखी. प्यारी सी आयशा अपनी मासूम अदा से सारा क्रेडिट अपनी झोली में डाल लेती है.
फिर एक और रीमिक्स वीडियो में वो दिखी. लोग उन्हें पसंद तो मेरी चुनर के टाइम से ही करने लगे थे मगर बॉलीवुड ने उन्हें नोटिस किया उस वीडियो के बाद. उसके बाद उनके पास फिल्मों के ऑफर आये. सबसे पहले सोचा ना था को साईन किया लेकिन टारज़न: द वंडर कार फिल्म पहले रिलीज हुई. वत्सल सेठ के साथ उनकी जोड़ी खूब पसंद किया गया. साल 2004 में रिलीज हुए इस फिल्म के बाद हर टीनएजर चाहता था की उसके पास भी एक जादुई कार हो और आयशा जैसी प्यारी एक गर्लफ्रेंड. उनके क्यूटनेस ने सबका मन मोहा. उनकी शानदार अदाकारी के लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट डेब्यू ऐक्ट्रेस का अवार्ड मिला.
आयशा के पास फिल्मों की कभी कमी नहीं रही. एक के बाद एक वो बहुत सारे प्रोजेक्ट में दिखी. अगले ही साल संजय दत्त के साथ शादी नं 1 जैसी मल्टीस्टारर कमर्शियल फिल्म की भी. लेकिन इंडस्ट्री ने इनका लोहा माना नागेश कुकुनूर की फिल्म डोर से. साल 2006 में आई इस फिल्म ने आयशा टाकिया को बॉलीवुड में शोहरतों की बुलंदी पर पहुंचा दिया. इस फिल्म में वो एक विधवा युवती के किरदार में थी, जो एक पारम्परिक राजस्थानी परिवार में रहती है. परदे पर उनकी सक्रियता इस कदर थी की लोग सिर्फ उनको देखने भर से दमक उठते थे. इस फिल्म के उन्हें जी सीने का बेस्ट क्रिटिक अवार्ड मिला.
वो काम तो लगातार कर रही थी, मसलन एक और मल्टीस्टारर निखिल आडवाणी की सलाम-ए-इश्क, सन्नी देओल के साथ फूल-n-फाईनल, अजय देवगन के साथ कैश और सन्डे, जॉन अब्राहम के साथ नो स्मोकिंग, अक्षय कुमार के साथ 8x10 तस्वीर और भी कई. लेकिन साल 2009 में जब प्रभु देवा उनको सलमान खान के साथ लेकर आये तो फिल्म थी वांटेड और चली थी कमाल की. यही वो फिल्म थी जब सलमान खान दोबारा इंडस्ट्री में स्थापित हुए. या फिर यूँ कहें की इस फिल्म के साथ आयशा सलमान की लेडी लक बनके आयी थी तो कुछ भी गलत नहीं होगा. वांटेड उस साल की सबसे बड़ी फिल्मों में गिनी गयी.
आज आयशा टाकिया का हैप्पी वाला बड्डे है और इस अवसर पर BejodJoda.com की पूरी टीम उन्हें बढ़ाई दे रही है. आज 32 साल की हो रही इस मधुर मुस्कान की मल्लिका को आप भी हमारे कॉमेंट बॉक्स में लिखकर बधाई दे सकते है.
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