अक्षय कुमार: बॉलीवुड को अरबपति बनाने वाला हीरो
यूँ तो बॉलीवुड में लगभग ढाई दशक से एक्टिव अक्षय कुमार की बॉलीवुड जर्नी और सुपरस्टार बनने की बात पर लिखा जाए तो शायद एक पूरी किताब भी कम पड़े. अब तक तकरीबन 150 फिल्मों में काम कर चुके अक्षय कुमार हर तरह के किरदार को परदे पर अंजाम दे चुके हैं लेकिन एक समय में वो बॉलीवुड के सबसे बड़े एक्शन स्टार हुआ करते थे. वो तो अब तक कायम है लेकिन अब वो अपने जॉनर में थोड़ा बदलाव किये हैं और कुछ हटके फ़िल्में करते है. इस मुकाम पर आने के बाद इस तरह की फ़िल्में करना अक्षय को मज़बूरी नहीं अपनी जिम्मेदारी लगती है और इसे वो बखूबी निभा भी रहे हैं.
9 सितम्बर 1967 को पंजाब के अमृतसर में जन्में राजीव भाटिया (अक्षय कुमार का प्रारंभिक नाम) दिल्ली के चांदनी चौक में पले - बढ़े हैं और फिर मुंबई तक पहुँचे हैं. बचपन में एक बार उनके फौजी पिता ने उनसे पूछा कि वो बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं तो उनका सीधा जवाब था कि वो हीरो बनना चाहता है. मुंबई के डॉन बोस्को स्कूल से पास होने के बाद वो गुरु नानक सिंह कॉलेज में एडमिशन लिए. लेकिन उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी क्योंकि उन्हें मार्शल आर्ट सिखने के लिए बैंकॉक जाना था. बैंकॉक में मार्शल आर्ट सिखने के दौरान अपने पॉकेट खर्चे के लिए वो शेफ और वेटर का काम करते थे. ताईक्वांडो में ब्लैक बेल्ट लेकर वापस जब वो भारत आये तो वो मुंबई के एक स्कूल में मार्शल आर्ट सिखाने लगे.
उनके एक स्टूडेंट ने उनसे कहा की सर आपका लुक अच्छा है, आप दीखते भी हीरो के माफिक हैं. और तो और आपको मार्शल आर्ट भी आता है. आप फिल्मों में ट्राई क्यों नहीं करते है? बस इसी बात से अक्षय कुमार के दिमाग की बत्ती जली और वो पोर्टफोलियो बनवा के लगे प्रोडक्शन ऑफिस के चक्कर काटने. वक़्त ने वक़्त लिया, अक्षय कुमार घिसते रहे, कभी बैकग्राउंड डांसर तो कभी साईड रोल. लेकिन मेहनत और किस्मत ने अपना जलवा दिखाया और उनको मॉडलिंग असाइनमेंट्स मिलने लगे. फिर एक रोज क्या हुआ की अक्षय मॉडलिंग के साथ फिल्मों में काम करना चाहते थे, इसलिए वो फिल्म प्रोड्यूसर के ऑफिस के चक्कर भी काटने लगे।
एक बार उन्हें बेंगलुरु एक ऐड की शूटिंग के जाना था। उनकी फ्लाइट सुबह की थी और उन्हें लगा कि फ्लाइट शाम की है। इस गलतफहमी में उनकी फ्लाइट छूट गई। उन्हें बेहद अफसोस हुआ और वो अपना टाइम पास करने घूमने निकल गए। घूमते-घूमते वो फिल्म प्रोड्यूसर के ऑफिस पहुंच गए। वहां शाम को उनकी मुलाकात प्रमोद चक्रवर्ती से हुई और उन्हें फिल्म 'दीदार' में बतौर एक्टर रोल मिल गया। उसके बाद से अब तक जो भी कुछ हुआ है वो सब एक इतिहास ही है. इस बात का खुलासा खुद अक्षय कुमार की किया है. एक मीडिया एजेंसी से बात करते हुए अक्षय ने अपने करियर के संघर्ष के दिनों के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें एक मॉडलिंग असाइमेंट का मौका मिला था और उन्हें फ्लाइट पकड़नी थी शाम 6 बजे की। अगले दिन अक्षय सुबह 5 बजे जगे और एक्सरसाइज करने के लिए जैसे वो तैयार हुए अचानक उनका फोन बजा और वहां से किसी ने कहा, तुझ जैसे अनप्रोफेशनल को इंडस्ट्री में कभी काम नहीं मिलेगा।
जब अक्षय एक्शन स्टार थे तो कॉमेडी के सुपरस्टार कैसे बने
ऐसे तो अक्षय के पास फिल्मों की कोई कमी नहीं थी. लगातार उनको काम मिल रहा था और वो काम कर भी रहे थे लेकिन वही एक्शन और मसालों वाली फ़िल्में. जब यह सबकुछ चल ही रहा था तब उन्हें फिल्म मिली प्रियदर्शन की हेरा - फेरी. ये इक्कीसवीं सदी का शुरूआती साल था यानी की साल 2000. इस फिल्म ने रिलीज ही के साथ ही कॉमेडी का नया अध्याय लिख दिया. बाबू भाई बने परेश रावल, श्याम बने सुनील शेट्टी और राजू बने अक्षय कुमार. यह फिल्म आज कॉमेडी का एक कल्ट बन गयी है. इसके सारे किरदार अपने आप में अजूबा है लेकिन आज बात सिर्फ अक्षय कुमार की.
उसके बाद साल 2002 में एक और कॉमेडी फिल्म आयी आवारा पागल दीवाना लेकिन असली जर्नी शुरू हुई साल 2004 से जब डेविड धवन सलमान खान और अक्षय को साथ लेकर मुझसे शादी करोगी बनाये. यह एक मसाला कॉमेडी फिल्म थी जो की बहुत बड़ी हिट साबित हुई और यहीं से अक्षय कुमार के कॉमेडी फिल्मों की जर्नी रफ़्तार पकड़ ली. इसके बाद तो गरम मसाला, फिर हेरा फेरी, भागम भाग, हे बेबी, दे दना दन, खट्टा मीठा, सिंह इज किंग सरीखी कई अन्य कॉमेडी फ़िल्में आयी जिसे दर्शकों ने खासा पसंद किया.
बाद के दिनों में अक्षय एक जिम्मेदार नागरिक और स्थापित अभिनेता की अपनी जिम्मेदारी को दिखते हुए कुछ सामजिक और राष्ट्रभक्ति वाली फ़िल्में किये जिसका सिलसिला आज भी बदस्तूर जारी है. इन फिल्मों में मुख्यतः हॉलिडे, टॉयलेट - एक प्रेम कथा, पैडमैन, गब्बर इज बैक, एयरलिफ्ट सरीखी फ़िल्में हैं. अक्षय कुमार टीवी के दुनिया में भी खासे एक्टिव रहे और खतरों के खिलाड़ी और मास्टर शेफ इंडिया जैसे शोज में काम किये. साल 2017 में अक्षय कुमार को फिल्म रुस्तम के लिए सर्वश्रष्ठ अभिनेता का राष्ट्रिय पुरस्कार से नवाजा गया. साल 2008 में कनाडा के यूनिवर्सिटी ऑफ़ विंडसर ने उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया और साल 2009 में भारत सरकार ने उन्हें देश का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया.
अक्षय कुमार बॉलीवुड के ऐसे पहले सितारे बने जिनकी फिल्मों ने भारत में साल 2013 में 2000 करोड़ रूपये का बिजनेस किया वहीं साल 2013 आते - आते यह आंकड़ा 3000 करोड़ पहुँच चूका था. आज अक्षय कुमार भारत के सबसे बड़े फ़िल्मी सितारों में एक हैं और वो सामाजिक काम में भी खासे सक्रिय हैं. आज अक्षय कुमार अपना जन्मदिन मना रहे हैं और हम उन्हें उनके जन्मदिन पर टोकरी भर के बधाई दे रहे हैं. आप इसी तरह से हमें मनोरंजन देते रहिये और हम ऐसे ही अपना प्यार लुटाते रहेंगे.
हैप्पी बड्डे राजीव हरिओम भाटिया उर्फ़ अक्षय कुमार. . . . .