रोहित शर्मा: इनके जैसा क्लास आज किसी भी बल्लेबाज के पास नहीं है.
महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तानी छोड़ चुके थे. विराट कोहली नए कप्तान बनाये गए थे. टीम अच्छा परफॉर्म कर रही थी. सब कुछ ठीक चल रहा था. फिर दिसंबर 2017 में श्रीलंका टीम का भारतीय दौरा हुआ. टेस्ट, वनडे और टी-20 खेलने के लिए. टेस्ट सीरीज ख़त्म हुआ. विराट कोहली शादी करने के लिए टीम से छुट्टी ले लिया. फिर बारी आयी रोहित शर्मा की. उन्हें वनडे और टी-20 के लिए कप्तान बनाया गया.
10 दिसंबर 2017. धर्मशाला की ठंढी सुबह. रोहित शर्मा का बतौर कप्तान पहला मैच. उनके लिए बड़ा दिन. सुबह टॉस हुआ, श्रीलंका ने जीता और फिर भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया. शिखर धवन और रोहित बल्लेबाज़ी करने उतरे. पहला ओवर सुरंगा लकमल का – मेडन. रोहित शर्मा का स्ट्राइक पर रहते हुए पहला ही ओवर मेडन जाना किसी भी बॉलर के लिए गर्व करने वाली बात है. अगला ओवर एंजेलो मैथ्यूज का, मैथ्यूज ने पिछले तीन टेस्ट में एक भी ओवर गेंदबाजी नहीं किया और यहाँ पर दूसरा ओवर. सबके लिए आश्चर्यजनक बात. उनका ओवर बहुत ही बेहतरीन गया. मैथ्यूज ने शिखर धवन को पैवेलियन भेज दिया था. और यहाँ से शुरू हो गयी पतझड़. विकेटों की पतझड़. टीम ऐसी लग रही थी, मानो अटेंडेंस लगाने आयी हो.
श्रीलंकन बॉलर लगातार हावी हो रहे थे. हिमाचल की ठंढी सुबह में भारतीय टीम का ड्रेसिंग रूम भी ठंढा पड़ चुका था. मैच का 17वाँ ओवर चल रहा था. अभी स्कोर बोर्ड पर सिर्फ 29 रन ही टँगे थे और भारत अपना 7 विकेट गवां चूका था. लग रहा था आज टीम इंडिया अपना लोएस्ट टोटल का रिकॉर्ड बनाएगी. लेकिन फिर धोनी ने इज्जत बचाई. कुलदीप यादव के साथ मिलकर उन्होंने 41 रनों की साझेदारी निभाई. फिर छोटी-छोटी साझेदारियां हुई और टीम 100 पार कर गयी. धोनी का स्कोर 65 रन. टीम का कुल टोटल 112 रन. सुरंगा लकमल में कमाल की गेंदबाजी करते हुए अपने पुरे स्पेल में 4 मेडन रखते हुए 13 रन देकर 4 विकेट झटके. श्रीलंका यह मैच आराम से 21वें ओवर में ही जीत गयी. तीन मैचों की सीरीज में श्रीलंका 1-0 से बढ़त बना चुका था.
मैच के बाद सोशल मिडिया से लेकर प्रिंट और इलेक्टॉनिक मिडिया तक अगर किसी की किरकिरी हुई तो वो थे – रोहित शर्मा. निश्चित ही कप्तानी का बोझ उठाना उतना आसान नहीं होता. रोहित 100 से ज्यादा एकदिवसीय मैच खेल चुके थे. लेकिन बतौर कप्तान वो फेल हो रहे थे. जबकि वो आईपीएल के सबसे सफलतम कप्तान है. क्योंकि योद्धा मैदान नहीं छोड़ता है, सो रोहित ने भी नहीं छोड़ा.
दो दिन बाद वापस मैदान पर उतरे. 13 दिसंबर 2017. मोहाली का मैदान. बल्लेबाजों का जन्नत. आज टीम में एक बदलाव था. कुलदीप को टीम को में नहीं रखा गया. वाशिंगटन सुन्दर को डेब्यू करने का मौका मिला. आज फिर श्रीलंका ने टॉस जीता और भारत को खेलने बुलाया. सत्ता वही था, निज़ाम भी वही थे, बस क़ानून नया था. आज कानून बल्ले से लिखी जा रही थी. रोहित-धवन की करिश्माई जोड़ी आज मैदान के चारों तरफ खेल रही थी. रन बन नहीं, बरस रहा था.
जब धवन के रूप में पहला झटका लगा तब तक टीम बहुत दूर आ गयी थी. उसके बाद श्रेयस अय्यर ने भी बहती गंगा में हाथ धोया और ताबड़तोड़ 88 रन ठोक डाले. दूसरे विकेट के लिए 200 से ज्यादा की पार्टनरशिप हो चुकी थी. रोहित शर्मा आज बरस रहे थे. जब इनिंग खतम हुई तो रोहित अपना नाम इतिहास में दर्ज करा चुके थे.
इस दिन रोहित ने 153 गेंदों में 208 रनों की पारी को अंजाम दिया. 13 चौका और 12 छक्का. 124 रन सिर्फ बाउंड्री से बने. जो लोग कल तक कप्तान के तौर पर रोहित को अपना नहीं पा रहे थे वो आज रोहित का गुणगान कर रहे थे. रोहित मुँह से नहीं, बल्ले से बात करते है. वो अपने आलोचकों को बता चुके थे की उनके अंदर कोई कमी नहीं है. उनके बैटिंग के बिच में कुछ भी नहीं आ सकता है. किसी भी तरह के गेम को खेलने के लिए वो परिपक्व है. यहाँ देखिए रोहित की वो आतिशी बल्लेबाजी:
30 अप्रैल 1987 को जन्में रोहित आज अपना 31वाँ जन्मदिन मना रहे है. हम उन्हें उनके जन्मदिन पर बहुत बधाई दे रहे है. अपने फेवरेट क्रिकेटर को आप भी बधाई दे सकते है. बस आपको कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करना है. BejodJoda.com के लेटेस्ट अपडेट्स पाने के लिए आप हमें फेसबुक और ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते है.
रोहित के बारे में कुछ अनयूजुअल फैक्ट्स:
- - रोहित आईपीएल के सबसे सफल कप्तान है. उनके कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने तीन बार ट्रॉफी जीती.
- - कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने दो बार चैम्पियंस लीग ट्रॉफी जीती.
- - रोहित अज़हर और गांगुली के बाद तीसरे भारतीय बल्लेबाज है जिनके नाम अपने पहले दो टेस्ट में सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड है.
- - एकदिवसीय मैचों के कप्तान के तौर पर सबसे बड़ी पारी खेल चुके है रोहित शर्मा.
- - एकदिवसीय मैचों में तीन दोहरा शतक एकलौता क्रिकेटर.
- - ऑफ़ स्पिनर बनते-बनते रोहित खतरनाक बैट्समैन बन गए.