अकेली औरत को देखकर मर्द रेप करना कब छोड़ेंगे?
एक तीन लोगों का परिवार है. माँ, एक बड़ी बेटी और बेटा. बड़ी बेटी मार्शल आर्ट्स और कराटे की क्लास चलाती है, और साथ ही घर भी संभालती है. वो अपने आस-पास रहने वाली लड़कियों को सेल्फ डिपेंडेंट बनाना चाहती है. ताकि अपने पर आने के बाद वो किसी को मदद के लिए ना बुलाए. अपनी "समस्या" खुद ही सुलझा ले. बेटा पढ़ाई करता है. परिवार की परवरिश बिलकुल वैसी ही है जिसे हम आदर्श की उपाधि दे सके. सब खुश है. बेटी बड़ी है, सो उसे गार्जियन भी बनना पड़ता है. गार्जियन बनने के लिए जो बुनियादी ज़रूरत है वह वो अपने माँ से ले रही है. बेटा क्योंकि बेटा है और छोटा भी सो उसे फ़िलहाल आज़ादी है. आज़ादी किस बात की तो कॉलेज के लफंगे दोस्तों के साथ घूमने की. क्योंकि उनसे घूमने - फिरने की यही तो "उमर" है.
इस उमर की दोस्ती उस नौजवान को एक दलदल में धकेल देती है. वो दलदल जहाँ इंसान नहीं, हैवान जाता है. दीदी जब अपने छोटे भाई को रात में अपनी एक स्टूडेंट को घर छोड़ने के लिए कहती है तो वह उसे लेकर निकलता तो है लेकिन सही जगह पर पहुँचाता नहीं है. क्योंकि छोटा भाई अब इंसान नहीं रहा. हैवान बन चुका है. फिर दीदी क्या कुछ करती है यह आप खुद देखिए. नीचे फिल्म का लिंक है. लार्ज शार्ट फिल्म्स नामक यूट्यूब चैनल ने "नीतिशास्त्र" नाम की एक बीस मिनट की फिल्म रिलीज की है. इसमें तापसी पन्नू मुख्य किरदार में है. कपिल वर्मा ने इसे डायरेक्ट किया है. अभी के परिवेश में जहाँ लोग सच को देखकर अपनी आँखें बंद कर लेते है. रास्ते बदल देते है. वहीं यह फिल्म एक अलग ही सीख दे जाती है. जो गलत है वो गलत है. चाहे उसे करने वाला कोई भी क्यों ना हो, उसे सजा मिलनी ही चाहिए. आप यह फिल्म यहाँ देखिए: