सोनाली बेंद्रे ही नहीं, इन सितारों ने भी झेला है गंभीर बीमारी को
3 जुलाई को दोपहर में सोनाली बेंद्रे एक ट्वीट की और फिर उनके फैंस सहित पूरा देश स्तब्ध रह गया. सोनाली के शरीर में एक गंभीर बीमारी का पता चला है. ये एक हाई ग्रेड कैंसर है जिसे मेटास्टैटिक कैंसर कहा जाता है. मेटास्टैटिक कैंसर शरीर में होने वाले अन्य प्रकार के कैंसर की तुलना में ज्यादा खतरनाक माना जाता है, जिसकी वजह इसका शरीर के बाकी हिस्सों में फैल जाना है।
मैटास्टैटिस का मतलब होता है रूप बदलना, यह कैंसर करीब करीब ऐसा ही करता है। कैंसर के सेल्स टूटने के बाद खून में मिलकर शरीर के बाकी हिस्सों में भी फैल जाते हैं। जिससे कि पूरे शरीर की प्रक्रिया प्रभावित होने लगती है। खैर इस बारे में हम एक आगाज टॉपिक पर विस्तार से बात करेंगे. अभी बात करते है कुछ और ऐसे ही सितारों के बारे में जो कैंसर को मात देकर वापस आये.
इरफ़ान खान
इसमें सबसे हलिया केस इरफ़ान खान का है. बॉलीवुड के इस कद्दावर अभिनेता को मार्च महीने में कैंसर डिटेक्ट हुआ था. इरफ़ान को न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर है, जिसका इलाज लन्दन में चल रहा है. अभी वो रिकवर हो रहे है और हम दुआ करते हैं की वो जल्द से जल्द ठीक होकर इंडिया वापस आ जाएँ.
मनीषा कोइराला
नब्बे के दशक की यह खूबसूरत हिरोईन को साल 2012 में कैंसर का पता चला था. उसके तुरंत बाद ही मनीषा अमेरिका चली गयी और वहाँ पर लम्बे ट्रीटमेंट के बाद वो रिकवर हो पायी. 47 साल की मनीषा फिर से बॉलीवुड में वापस आ गयी. उनकी अभिनीत और रणबीर कपूर स्टारर संजू फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़ रही है. इस गाने को सुनकर किसे मनीषा से प्यार नहीं होगा. . .
युवराज सिंह
साल 2011 का क्रिकेट वर्ल्ड चल रहा था उस वक़्त जब युवराज को इस बात का आभास हुआ था कि उसे कोई बीमारी जरूर है. क्योंकि कई बार यह खिलाडी मैदान के बिच में ही थककर बैठ जाता था. इतने ऊर्जावान खिलाडी का इस तरह से थकना कोई आम बात नहीं थी. टूर्नामेंट ख़त्म होने के बाद इस बात को जब गंभीरता से लिया गया तो पता चला की युवराज को कैंसर है.
युवराज फ़ौरन अमेरिका निकल लिए और वहां पर कैंसर रिसर्च इंस्टिट्यूट, बोस्टन और मेडिसिन फैसिलिटीज इन इंडियानापॉलिस, इंडियाना से कीमोथेरैपी करवाए. कीमोथेरैपी के तीसरे स्टेज की इलाज के बाद वो वापस इंडिया आये और टीम इंडिया में वापसी की. यूँ ही इन्हें टीम इंडिया का शेर नहीं कहा जाता है.
अनुराग बासु
बॉलीवुड के नामचीन निर्देशक अनुराग बासु, जिन्होंने लाईफ इन ए मेट्रो, बर्फी, मर्डर, गैंगस्टर जैसी सफल फ़िल्में बनायी है, उनको भी साल 2014 में एक बीमारी का पता चला था. जिसका नाम था प्रोमाइलोसाइटिक ल्यूकेमिया. यह एक प्रकार का ब्लड कैंसर है. डोकर ने कहा था की इनके बचने के 50-50 चांस है. लेकिन अनुराग हार नहीं माने और और एक फाइटर की तरह वापस लौटे.
लीजा रे
फिल्म कसूर से मशहूर हुई इस खूबसूरत अदाकारा को भी एक ब्लड कैंसर का पता चला था. मेडिकल टर्म में उसे मल्टिपल मायलेमा कहा जाता है जो की एक बहुत ही रेयर बीमारी है. लीजा का ट्रीटमेंट हुआ और वो ठीक हो गयी. साल 2010 में वो खुद ही बोली की अब वो पूरी तरह से ठीक है. लीजा रे का एक खूबसूरत गीत आपके लिए. . .
यो यो हनी सिंह
साल 2010 से 2015 के बिच हनी सिंह ने जो ख्याति अर्जित की और अपनी फैन फॉलोविंग को बढ़ाया उसे देखकर किसी को भी रश्क हो जाए.पंजाबी बैकग्राउंड का यह रैपर-सिंगर बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक चार्टबस्टर गाने दिए. इन्हीं सालों में वो अमिताभ बच्चन से लेकर शाहरुख़ खान और अक्षय कुमार तक के साथ काम कर लिए. यानि की जो दौर हनी सिंह का था उस दौर में कोई और था ही नहीं. लेकिन फिर बाइपोलर डिसऑर्डर नामक बीमारी ने उन्हें घेर लिया. उसके बाद वो ट्रीटमेंट में गए और लगभग दो साल के बाद वापसी किए. उनका वापसी वाला गाना भी बाजा फाड़ दिया. हमेशा की तरह. यहाँ देखिए. . .
ये ज़िन्दगी है. यहाँ उतार-चढ़ाव लगा रहता है. एक इंसान दूसरे इंसान को तो हरा कर आगे बढ़ सकता है लेकिन प्रकृति से खिलवाड़ नहीं कर सकता. जितना हो सके अपने आस-पास प्यार बाँटते रहिए. यही एक चीज है को कभी भी ख़तम नहीं होने वाली है.
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