“तेरी-मेरी कहानी” के बाद बॉलीवुड में क्या भविष्य है रानू मंडल का?
मुंबई शहर। सितारों और सपनों की नगरी। ये वो शहर है जहाँ बॉलीवुड बसता है और सपने बनते हैं। हजारों लोग रोज यहाँ आते हैं अपने सपनों को पूरा करने के लिए। कुछ कामयाब होते हैं तो कुछ नाकामयाब। लेकिन ये तो जगजाहिर है कि इस शहर में सपनों के उजड़ने की तादात सपनों के बनने से कहीं ज्यादा है। जहाँ हर एक शुक्रवार को एक नया सितारा निकलता है तो वहीं ना जाने कितने सितारों को बादलों की ओट में छिपना पड़ता है। ऐसे ही एक सितारा हिंदुस्तान को मिला रानू मंडल के रूप में।
पश्चिम बंगाल के राणाघाट रेलवे स्टेशन पर भारत लीजेंड सिंगर और स्वर कोकिला लता मंगेशकर के मशहूर गानो को गा अपना जीवन यापन करने वाली रानू मंडल की किस्मत बदल गई है। ऐसे ही अपने नियमित दिनों में वो ‘एक प्यार का नगमा है’ गीत गा रही थी जिसे 26 साल का एक लड़का यतीन्द्र चक्रवर्ती, जो कि पेशे से इंजिनियर है उसने वीडियो बना कर सोशल मिडिया पर अपलोड कर दिया। क्या वायरल होता है क्या नहीं, ये किसी को नहीं पता। खासकर ऐसे केस में जब आप एक आम आदमी हो। लेकिन रानू मंडल के केस में यह वायरल हो गया। आम जन के साथ ही उनका वीडियो खास जन तक भी पहुँचा। यह वीडियो सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुआ कि लोगों ने रानू के लिए कैंपेन चलाना शुरू कर दिया। सोशल मिडिया के रिवाज अनुसार लोग फॉरवर्ड करते गए और रानू मंडल की पहुँच बढ़ती गयी।
मिडिया रिपोर्ट्स की माने तो 5 नवम्बर 1960 को पश्चिम बंगाल के कृष्णा नगर में जन्मीं रानू एक विधवा है। जो आधी जिंदगी रेलवे प्लेटफॉर्मों और स्टेशनों पर गुजार चुकी है। आमतौर पर वो पश्चिम बंगाल के रानाघाट स्टेशन पर गाना गाकर अपना गुजर-बसर करती थीं। एक इंटरव्यू में वो बताती है कि वह पहले एक्टर फिरोज़ खान के घर कुक का काम करती थीं। कहाँ करती थी नहीं बतायी – मुंबई या कोलकता? लेकिन अब वो बतायी तो भैया मानना तो पड़ेगा ना।
बॉलीवुड सिंगर हिमेश रेशमिया ने अपने स्टाग्राम अकाउंट पर रानू मंडल का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें रानू मंडल उनकी फिल्म ‘हैप्पी हार्डी एंड हीर’ का गाना ‘तेरी मेरी’ गाते हुए नजर आईं। सोशल मीडिया पर रानू मंडल का रिकार्डिंग वीडियो काफी वायरल हुआ। जो लोग कल तक नाक से गाने के लिए हिमेश रेशमिया की लंका लगाए हुए थे वो आज उनको सर आंखों पर बिठाए हुए हैं। मानो भाई नेऐसा कमाल कर दिया जो अब तक संभव ही नहीं था – वाकई? आपको बता दें कि हाल ही में रानू को टीवी सिंगिंग शो सुपर सिंगिग के स्टेज पर देखा गया। रानू का कहना है कि ये उनकी दूसरी जिंदगी है और इसे वो बेहतर बनाने की कोशिश करेंगी।
इस कहानी का एक दूसरा पहलु भी है, जो थोड़ा गंभीर है।
इसके पहले जो कहानी हमने आपको बतायी वो थी फेयरीटेल की। मानो बिलकुल परीकथाओं वाली। लेकिन अब जो स्टोरी आगे है वो जमीनी है। बिलकुल आम आदमी वाली। रानू मंडल के फेमस हो जाने के बाद उनकी एक बेटी सामने आयी। लोगों ने उसे ताना दिया। लोगों ने कहा कि जब उनकी माँ को उसकी जरुरत थी तब वो नहीं आयी लेकिन अब जब वो फेमस हो गयी है ऑटो पैसे ऐंठने के लिए सामने आयी है और इमोशनल कार्ड खेल रही है।
अब दूसरी तरफ उनकी बेटी एलिजाबेथ साठी रॉय का भी जवाब है। उनके अनुसार –
”मुझे ये बात पता नहीं थी कि मां रेलवे स्टेशन पर गाना गाती थीं। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं मां से रेगुलर तौर पर नहीं मिल पाती थी। मैं कुछ दो महीने पहले धर्मताल में थी। और वहां मैंने उन्हें बस स्टैंड पर बैठे देखा। मैंने उन्हें 200 रुपए दिए और जल्दी से घर जाने के लिए कहा।”
वो आगे बताती है – “जब भी मुझसे बन पाता, मैं अपने एक सम्बन्धी के अकाउंट में उनके लिए 500 रुपए भेज देती थी, जो उन्हें मिल जाता था। मैं खुद तलाकशुदा हूँ और मेरी एक छोटी सी किराने की दुकान है। साथ ही मुझे अपने बच्चे का भी ख्याल रखना पड़ता है। फिर भी मैं कोशिश करती हूँ कि माँ का ध्यान रख सकूं। मैं उन्हें मेरे साथ रहने के लिए भी कई बार कह चुकी हूं लेकिन वो हमारे साथ रहना ही नहीं चाहतीं। और इतना कुछ करने के बावजूद भी लोग सोशल मिडिया पर मेरे बारे में पता नहीं क्या-क्या कह रहे हैं।”
एलिजाबेथ का यह भी कहना है कि मेरी माँ ने दो शादियाँ की थीं, और इन शादियों से उन्हें चार बच्चे भी हैं। मेरे पापा यानी की रानू के पहले पति की कुछ साल पहले डेथ हो चुकी है। एलिजाबेथ ने बताया कि रानू के दूसरे पति जिन्दा हैं और उनसे उन्हें दो बच्चे हैं। ये दोनों ही बच्चे शायद मुंबई में रहते हैं। लेकिन एलिज़ाबेथ का उनके खुद के और सौतेले भाई-बहनों से कोई कॉन्टैक्ट नहीं है। एलिजाबेथ के अनुसार वो अपने बच्चों के साथ अकेले जिंदगी गुजार रही है।
अब आते हैं मुद्दे की बात पर
पहली कहानी आपने सुनी फेयरीटेल वाली और दूसरी कहानी जो आपने सुनी वो थी जमीनी हकीकत। अब बारी है तीसरे कहानी की। कहानी भविष्य की। जहाँ बॉलीवुड की मायानगरी में लोगों का संघर्ष करते-करते जीवन बीत जाता है वहीं रानू मंडल रातों-रात स्टार बन जाती है। जिस रिकॉर्डिंग स्टूडियो तक पहुँचने में बाहरी कलाकार को ना जाने कितने बार जलील होना पड़ता है वहाँ रानू मंडल रातोंरात पहुँच जाती है। किसी ने सही कहा है कि कामयाबी मिलना जितना आसान है, उस कामयाबी को बरकरार रखना उतना ही मुश्किल। जिस हिमेश रेशमिया ने एक स्टेशन पर गाने वाली को उन्हें रातों रात एक प्लेबैक सिंगर बना दिया क्या वो आगे भी उनका इसी तरह से साथ निभाएंगे। वो भी तब जब हिमेश खुद ही मेनस्ट्रीम में आने के लिए स्ट्रगल कर रहे हैं।
कोई कह रहा है सलमान खान ने 55 लाख का फ्लैटी दिया तो कोई कह रहा है हिमेश ने एक रिकॉर्डिंग के एवज में 8 लाख रुपया दिया। कितना सच और कितना झूठ ये तो वक्त ही बताएगा। इसी बीच लता दीदी ने भी एक स्टेटमेंट जारी कर दिया है कि:
“अगर मेरे नाम और काम से किसी का भला होता है तो मैं अपने आप को खुश किस्मत समझती हूं। लेकिन मुझे लगता है कि नकल करके कामयाब होना सही नहीं है और ये विश्वसनीय तरीका भी नहीं है। किसी फेमस के गाने गाकर आप कुछ समय के लिए फेमस हो सकते हो। लेकिन ये ज़्यादा देर तक आपके साथ नहीं रहेगा। मेरी सलाह है कि आप वास्तविक रहो। मैं केवल ये कहना चाहती हूं कि आप मेरे और मेरे कलीग्स के गाने गाएं, लेकिन एक समय के बाद आप खुद के गाने भी गाएं।”
अब अपना खुद का अगला गाना कब जाती है ये तो समय ही बताएगा लेकिन उससे भी दिलचस्प बात यह रहेगी कि उन्हें गाने का ऑफर मिलता कहाँ से है। हमारी तरफ से रानू मंडल जी को उनके आगे की कैरियर के लिए शुभकामनाएँ।
वीडियो: हिमेश रेशमिया और सलमान खान कहाँ तक साथ निभाएँगे रानू मंडल का?
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