गाँधी जी के अनमोल विचार
महात्मा गाँधी अपने जीवनकाल में सफलतापूर्वक बहुत संघर्षो से गुजरे जिसने उनको गाँधी से महात्मा गाँधी बना दिया। गांधी जी ने सभी परिस्थितियों में अहिंसा और सत्य का पालन किया और सभी को इनका पालन करने के लिये प्रेरित भी किया। आइये जानते है उनके संघर्षों से जन्मे अनमोल विचारों को।
जब मैं सूर्यास्त और चन्द्रमा के सौंदर्य की प्रसंशा करता हूँ, मेरी आत्मा इसके निर्माता के पूजा के लिए विस्तृत हो उठती है।
महात्मा गाँधी
एक विनम्र तरीके से, आप दुनिया को हिला सकते हैं।
महात्मा गाँधी
विश्वास को हमेशा तर्क से तौलना चाहिए। जब विश्वास अँधा हो जाता है तो मर जाता है।
महात्मा गाँधी
कुछ ऐसा जीवन जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो, कुछ ऐसे सीखो जैसे कि तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो।
महात्मा गाँधी
हो सकता है हम ठोकर खाकर गिर पड़ें पर हम उठ सकते हैं; लड़ाई से भागने से तो इतना अच्छा ही है।
महात्मा गाँधी
हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें। हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा।
महात्मा गाँधी
अहिंसा मानवता के लिए सबसे बड़ी ताकत है। यह आदमी द्वारा तैयार विनाश के ताकतवर हथियार से अधिक शक्तिशाली है।
महात्मा गाँधी
अपने ज्ञान पर ज़रुरत से अधिक यकीन करना मूर्खता है। यह याद दिलाना ठीक होगा कि सबसे मजबूत कमजोर हो सकता है और सबसे बुद्धिमान गलती कर सकता है।
महात्मा गाँधी
हो सकता है आप कभी ना जान सकें कि आपके काम का क्या परिणाम हुआ, लेकिन यदि आप कुछ करेंगे नहीं तो कोई परिणाम नहीं होगा।
महात्मा गाँधी
किसी देश की संस्कृति लोगों के दिलों में और आत्मा में निवास करती है।
महात्मा गाँधी
कमजोर कभी माफ़ी नहीं मांगते। क्षमा करना तो ताकतवर व्यक्ति की विशेषता है।
महात्मा गाँधी
पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।
महात्मा गाँधी
एक अच्छा इंसान हर सजीव का मित्र होता है।
महात्मा गाँधी
मौन सबसे सशक्त भाषण है। धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी।
महात्मा गाँधी
ख़ुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सामंजस्य में हों।
महात्मा गाँधी
भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आज आप क्या कर रहे हैं।
महात्मा गाँधी
थोड़ा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है।
महात्मा गाँधी
शक्ति शारीरिक क्षमता से नहीं आती है। यह एक अदम्य इच्छा शक्ति से आती है।
महात्मा गाँधी
आँख के बदले में आँख पूरे विश्व को अँधा बना देगी।
महात्मा गाँधी
मैं किसी को भी अपने गंदे पाँव के साथ मेरे मन से नहीं गुजरने दूंगा।
महात्मा गाँधी
व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है।
महात्मा गाँधी
पहले वो आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर वो आप पर हँसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे, और तब आप जीत जायेंगे।
महात्मा गाँधी
खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है, खुद को दूसरों की सेवा में खो दो।
महात्मा गाँधी
आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए। मानवता सागर के समान है; यदि सागर की कुछ बूँदें गन्दी हैं, तो पूरा सागर गंदा नहीं हो जाता।
महात्मा गाँधी