कहानी – माली और मटका चोर
एक बार की बात हैं बीरबल अपने गाँव से गुजर रहे थे कि तभी उन्हें किसी के रोने की आवाज़ सुनाई दी। उन्होंने जब चारों और देखा तो उन्हें एक बूढा आदमी दिखा। बीरबल ने उसके पास जाकर देखा तो पता चला कि ये तो राजा अकबर के बगीचे में काम करने वाला माली हैं। बीरबल ने उससे उसके रोने का कारण पूछने पर पता चला की शाही बगीचे में आम के पेड की जड़ के नीचे उनके जीवन भर की कमाई का मटका रखा हुआ था जो की अब वहां नही हैं।
बीरबल ने उनकी बात सुनी और फ़िर कहा आप चिंता न करें आपका मटका आपको मिल जाएगा । इतना कहकर बीरबल वहां से चले गए और सोचने लगे की आखिर मटका कौन निकाल सकता हैं क्योंकि उस बगीचे में माली (जिसका मटका चोरी हुआ ) राजा अकबर और बीरबल ही जा सकते हैं। इन तीनों के सिवाय उस बगीचे में और किसी को जाने की अनुमति नही है। बहुत सोचने पर बीरबल को याद आया की जड़ी बूटी लेने के लिए कहीं शाही हकीम तो बगीचे में नही आए।
इसका पता लगाने के लिए बीरबल ने अकबर से कहकर हकीम को महल में बुलवाने को कहा। हकीम को महल में आने का आदेश दे दिया गया।
हकीम के महल में आने से पहले बीरबल ने महल में मौजूद मंत्रियों से पूछा की कौन कौन हकीमजी से अपना इलाज करवा रहा हैं। तब एक मंत्री ने बताया की उसको दस्त लग गए थे, जिसका इलाज हकीमजी कर रहे हैं। दस्त के लिए उन्होंने आम के पेड़ की जड़ से बनी दवाई दी हैं ।हकीमजी महल में पहुँच जाते हैं तो बीरबल उनसे कहते हैं – हकीमजी मुझे दस्त की परेशानी हो गयी हैं इसके लिए आपके पास कोई दवाई हो तो मुझे दे दीजिए। जिससे की ये जल्दी से जल्दी ठीक हो जाए। इतना सुनकर हाकिम जी बोले मेरे पास एक ऐसी दवाई हैं जिससे की आपके दस्त ठीक हो जाएंगे। मैंने ये दवाई मंत्री को भी दी थी लेकिन ये दवाई कवेल शाही बगीचे में लगे आम के पेड की जड़ से ही बन सकती हैं ।जैसे ही हकीमजी ने ये कहा बीरबल तुरंत समझ गए की मटका इन्होंने ही निकाला हैं।
बीरबल ने कहा अब आप सिक्कों से भरे मटके के बारे में खुद बताएंगे या हम अपने तरीके से पूछें।
हकीम ने कहा हुजूर मुझे माफ़ कर दीजिए। मुझे लगा ये मटका बहुत पहले का दबा हुआ हैं इसलिए मैंने उसे निकाल लिया। अकबर ने बीरबल की तारीफ करते हुए कहा तुमने आज फ़िर अपनी बुद्धिमानी से मटका चोरी करने वाले को पकड़ लिया ।
मटका चोरी करने की वजह से अकबर ने हकीम से शाही पद छीनने का आदेश दिया लेकिन बीरबल ने कहा इन्होंने तो सच बता दिया था इसलिए इन्हें सजा नही मिलनी चाहिए ।
जिस माली का मटका चोरी हुआ था उसे महल में बुलाया गया और उससे पूछा की मटके में क्या था। माली ने बताया 120 सोने के सिक्के । बीरबल ने कहा ये आप की गलती थी की आपने मटके को जमीन में छुपाया इसलिए आपके मटके में से 10 सिक्के हकीमजी की सच्चाई के लिए इन्हें दिए जाते हैं ताकि आगे से कोई ऐसी गलती न करे ।बीरबल का ये तर्क सुन राजा अकबर बहुत खुश हुए ।
आपको हमारी यह कहानी कैसी लगी आप हमें कॉमेंट सेक्शन में लिखकर बताएं और हमारे अपडेट्स पाने के लिए आप हमारे सोशल मिडिया साइट्स फेसबुक और ट्विटर पर ज़रूर जुड़ें. आप हमारे वीडियो अपडेट्स पाने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को ज़रूर सब्स्क्राइब करें.