पीसा की झुकी हुई मीनार – Leaning Tower of Pisa

बेजोड़ जोड़ा.कॉम अपने वेबसाइट और यूट्यूब चैनल के माध्यम से आपके लिए लगातार नई-नई जानकारियाँ, ऐतिहासिक घटनाक्रम, इंस्पिरेशनल और मोटिवेशनल स्टोरीज, बॉलीवुड और खेल दुनिया की बातें लेकर आती रहती है। ऐसे में हमारी कोशिश होती है की किसी भी प्रकार के स्टोरीज में फैक्टस के साथ कोई छेड़छाड़ ना हो और आप तक सही जानकारी पहुँचे। इसके लिए हमारी टीम बेहतरीन ढंग से रिसर्च करती है।

Leaning Tower Of Pisa यानी कि पीसा की झुकी हुई मीनार। यह इटली के टस्कनी प्रदेश की राजधानी पीसा में स्थित है। पीसा की झुकी हुई मीनार बननी शुरू हुई वर्ष 1173 में और जब यह बनकर तैयार हुआ तो साल चल रहा था 1372। यानी कि इसको बनने में लगे लगभग 200 साल। बनते-बनते यह टावर चार पीढ़ियों को देख चूका था। इसका कारण था इसके निर्माण को दो बार बंद हो जाना। पहली बार 100 सालों के लिए और दूसरी बार साल 1284 में। दोनों समय यह युद्ध के कारण बंद रहा। बारहवीं और तेरहवीं सदी में पीसा एक अमीरों का शहर था, वहाँ के लोग अच्छे व्यापारी थे। ये लोग येरूशलम, स्पेन, अफ़्रीका, बेल्जियम और नॉर्वे तक अपना व्यापार करते थे। मध्य युगीन वास्तु कलाओं में पीसा की झुकी मीनार सबसे प्रसिद्ध संरचना है। इटली का यह प्रसिद्ध टावर पीसा के अद्भुत तथा आश्चर्यजनक अजूबों में से एक है। इसके पहले वास्तुशिल्पी यानी बनाने वाले का नाम था – बोनानो पीसानो।

इसके बनने के पीछे एक कहानी है। इटली में ही एक शहर है फ्लोरेंस। तो पीसा और फ्लोरेंस के निवासियों के बीच कभी बनती नहीं थी और आए दिन लड़ाईयाँ होती रहती थी। इन दोनों शहरों ने आपस में कई लड़ाईयाँ लड़ी। एक दूसरे को नीचे दिखाने के चक्कर में ही पीसा के निवासियों ने इस मीनार का निर्माण कार्य शुरू किया था। केवल 3 मीटर गहरी पीसा की झुकी हुई मीनार को एक घने मिट्टी के मिश्रण पर बनाया गया था। लेकिन पता चला कि यह मिट्टी टॉवर को सीधा रखने में पर्याप्‍त नहीं है। जब दूसरी मंजिल का निर्माण शुरू हुआ तब साल 1178 में यह झुकनी शुरू हो चुकी थी।

यह मीनार पीसा में स्थित चर्च का एक घंटाघर है।

पीसा की मीनार के उत्तर की ओर 294 और दक्षिण की ओर 296 सीढ़ियाँ हैं। मीनार के अंदर सात घंटियां हैं। हर घंटियां म्‍यूजिकल मेजर स्‍कूल के एक नोट का प्रतिनिधित्‍व करती है। यह मीनार एक कैथेड्रल चर्च के कम्पाउंड में स्थित है और इस मीनार को चर्च के घंटाघर के रूप में बनाया गया था। इसीलिए यहाँ पर सात घंटियों को रखा गया है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनों ने लीनिंग टॉवर का उपयोग एक तलाश के रूप में किया था। इसकी ऊंचाई लगभग 56 (55.863)मीटर की है और मीनार का वजन लगभग 14500 टन है। इसको बनाने के लिए मार्बल और पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। इसके आधार में दीवारों की चौड़ाई 2.44 मीटर है।

यह मीनार कुल आठ मंजिलों का है। जिसमें सबसे ऊपर की तीन मंजिले लगभग 4 डिग्री के खतरनाक कोण तक झुकी हुई है। मरम्मत कार्यों को लेकर साल 1990 के बाद से इस मीनार को बंद कर दिया गया था। इसके बाद में साल 2001 में इस शानदार मीनार को पर्यटकों के लिए फिर से खोल दिया गया। 1930 में इसकी नींव में सीमेंट भरा गया लेकिन मीनार और धंसने लगी। 1990 में यह मीनार चार मीटर से भी ज्‍यादा झुक गई थी। इटली के इंजीनियरों के लगातार प्रयास के बाद यह इमारत 4 सेंटीमीटर सीधी हो गई है। टावर के झुकाव में यह सुधार पिछले 17 साल में दर्ज किया गया है। इंडीपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार 56 मीटर ऊंचे टावर की निगरानी 17 सालों से विशेषज्ञों का एक ग्रुप कर रहा था।

यह इस मीनार का सबसे ऊपरी फ्लोर है, यहाँ लगे घंटे को आप तस्वीर में देख सकते हैं।

गौरतलब है कि इस मीनार के झुकी होने के कारण ऐसी आशंका रहती थी कि इसे गंभीर नुकसान पहुंच सकता है या यहां तक कि हल्के से भूकंप के कारण यह गिर भी सकती है। लेकिन पीसा का यह मीनार झुकी हुई होने के बावजूद अब तक चार भयंकर भूकम्पों का सामना कर चुका है।

वैज्ञानिकों के अनुसार इस मीनार के खड़े रहने के लिए इसकी नींव में डाली गई मिट्टी जिम्मेदार है जिसने जमीन के नीचे हुई गतिविधि के कारण मीनार में हुई गतिविधि पर प्रभाव डाला। इस प्रक्रिया को डायनेमिक सॉयल-स्ट्रक्चर इंटरेक्शन कहा जाता है। और अब तक यही एक क्लियर फैक्ट सामने आया है जिसकी वजह से यह मीनार 600 सालों से झुकी हुई होने के बावजूद गिरती नहीं है।

पीसा की मीनार लोकल समय के अनुसार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुली रहती है और हफ्ते के 6 दिन इस मीनार में घूमा जा सकता हैं। सोमवार को पर्यटकों का आना यहाँ बंद रहता है। इसको देखने के लिए 15 यूरो का टिकट खरीदना पड़ता है। भारतीयों को लगभग 1200 रूपये का खर्चा आएगा।

वीडियो: क्या आप जानते हैं कि मिस्र के पिरामिड के अंदर क्या दबा हुआ है?

वीडियो: चीन की विशाल दीवार अंतरिक्ष से क्यों दिखती है?

लेटेस्ट अपडेट के लिए फेसबुक को लाइक आउट ट्विटर को फॉलो करें। वीडियो अपडेट्स के लिए यूट्यूब चैनल को भी सब्स्क्राइब करें।

Leave a Reply