40 evergreen shayari of Mirza Ghalib

इश्क़ ने ग़ालिब निकम्मा कर दिया

Mirza Ghalib Ki Shayari bejodjoda
मिर्ज़ा ग़ालिब की वो शायरी, जिसको पढ़कर गुलज़ार हो जाएंगे

गैर ले महफ़िल में बोसे जाम के
हम रहें यूँ तश्ना-ऐ-लब पैगाम के

खत लिखेंगे गरचे मतलब कुछ न हो
हम तो आशिक़ हैं तुम्हारे नाम के

इश्क़ ने “ग़ालिब” निकम्मा कर दिया
वरना हम भी आदमी थे काम के

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