ब्राह्मण का सपना – अपरीक्षित कारक की कहानी

एक नगर में कोई कंजूस ब्राह्मण रहता था । उसने भिक्षा से प्राप्त सत्तुओं में से थोडे़ से खाकर शेष से एक घड़ा भर लिया था । उस घड़े को उसने रस्सी से बांधकर खूंटी पर लटका दिया पूरा पढ़ें...

ब्राह्मण का सपना – अपरीक्षित कारक की  कहानी