राष्ट्र का सेवक – प्रेमचंद की कहानी

राष्ट्र के सेवक ने कहा—देश की मुक्ति का एक ही उपाय है और वह है नीचों के साथ भाईचारे का सुलूक, पतितों के साथ बराबरी को बर्ताव। दुनिया में सभी भाई हैं, कोई नीचा नहीं, कोई ऊंचा नहीं। पूरा पढ़ें...

राष्ट्र का सेवक – प्रेमचंद की कहानी