घरजमाई – प्रेमचंद की कहानी

हरिधन जेठ की दुपहरी में ऊख में पानी देकर आया और बाहर बैठा रहा। घर में से धुँआ उठता नज़र आता था। छन-छन की आवाज भी आ रही थी । पूरा पढ़ें...

घरजमाई – प्रेमचंद की कहानी