कहानी – ठंडा गोश्त

कुलवन्त कौन का ऊपरी होंठ दाँतों तले किचकिचाया, उभरे हुए सीने को भँभोडा, गालों के मुंह भर-भरकर बोसे लिये और चूस-चूसकर उसका सीना थूकों से लथेड़ दिया। पूरा पढ़ें...

कहानी – ठंडा गोश्त