सिंदबाद जहाजी की दूसरी समुद्री यात्रा

एक-एक गिद्ध के घोंसले को एक-एक व्यापारी चुन लेता था। वहाँ से मिले हीरों पर उसके सिवा किसी का अधिकार नहीं होता था। पूरा पढ़ें...

सिंदबाद जहाजी की दूसरी समुद्री यात्रा

जानिए सिंदबाद जहाजी और उनके समुद्री यात्राओं को

सिंदबाद जहाजी के किस्से की इस सीरीज में हम आपको उनकी सातों यात्राओं की कहानी बताने वाले है। उनके बहादुरी के यह किस्से उम्मीद है आप सभी को बहुत पसंद आने वाले हैं। पूरा पढ़ें...

जानिए सिंदबाद जहाजी और उनके समुद्री यात्राओं को

दो मछलियों और एक मेंढक की कथा – अपरीक्षित कारक की कहानी

एक तालाब में दो मछ़लियाँ रहती थीं । एक थी शतबुद्धि (सौ बुद्धियों वाली), दूसरी थी सहस्त्रबुद्धि (हजार बुद्धियों वाली) । उसी तालाब में एक मेंढक भी रहता था । पूरा पढ़ें...

दो मछलियों और एक मेंढक की कथा – अपरीक्षित कारक की  कहानी

जब शेर जी उठा – अपरीक्षित कारक की कहानी

एक नगर में चार मित्र रहते थे । उनमें से तीन बड़े वैज्ञानिक थे, किन्तु बुद्धिरहित थे; चौथा वैज्ञानिक नहीं था, किन्तु बुद्धिमान् था । चारों ने सोचा कि विद्या का लाभ तभी हो सकता है पूरा पढ़ें...

जब शेर जी उठा – अपरीक्षित कारक की  कहानी

मस्तक पर चक्र – अपरीक्षित कारक की कहानी

एक नगर में चार ब्राह्मण पुत्र रहते थे । चारों में गहरी मैत्री थी । चारों ही निर्धन थे । निर्धनता को दूर करने के लिए चारों चिन्तित थे । उन्होंने अनुभव कर लिया था पूरा पढ़ें...

मस्तक पर चक्र – अपरीक्षित कारक की  कहानी

ब्राह्मणी और नेवला की कथा – अपरीक्षित कारक की कहानी

एक बार देवशर्मा नाम के ब्राह्मण के घर जिस दिन पुत्र का जन्म हुआ उसी दिन उसके घर में रहने वाली नकुली ने भी एक नेवले को जन्म दिया । पूरा पढ़ें...

ब्राह्मणी और नेवला की कथा – अपरीक्षित कारक की  कहानी

पाँचवा तंत्र – प्रारंभ की कथा – अपरीक्षित कारक की कहानी

दक्षिण प्रदेश के एक प्रसिद्ध नगर पाटलीपुत्र में मणिभद्र नाम का एक धनिक महाजन रहता था । लोक-सेवा और धर्मकार्यों में रत रहने से उसके धन-संचय में कुछ़ कमी आ गई, समाज में मान घट गया । पूरा पढ़ें...

पाँचवा तंत्र – प्रारंभ की कथा – अपरीक्षित कारक की कहानी

स्त्री-भक्त राजा – लब्ध प्रणाश की कहानी

एक राज्य में अतुलबल पराक्रमी राजा नन्द राज्य करता था । उसकी वीरता चारों दिशाओं में प्रसिद्ध थी । आसपास के सब राजा उसकी वन्दना करते थे । पूरा पढ़ें...

स्त्री-भक्त राजा – लब्ध प्रणाश की कहानी

स्त्री का विश्वास – लब्ध प्रणाश की कहानी

एक स्थान पर एक ब्राह्मण और उसकी पत्‍नी बड़े प्रेम से रहते थे । किन्तु ब्राह्मणी का व्यवहार ब्राह्मण के कुटुम्बियों से अच्छा़ नहीं था । परिवार में कलह रहता था । पूरा पढ़ें...

स्त्री का विश्वास – लब्ध प्रणाश की कहानी

कुत्ता जो विदेश चला गया – लब्ध प्रणाश की कहानी

एक गाँव में चित्रांग नाम का कुत्ता रहता था । वहां दुर्भिक्ष पड़ गया । अन्न के अभाव में कई कुत्तों का वंशनाश हो गया । अन्न के अभाव में कई कुत्तों का वंशनाश हो गया । पूरा पढ़ें...

कुत्ता जो विदेश चला गया – लब्ध प्रणाश की कहानी