Tag: Hindi Sahitya
कहानी – ठंडा गोश्त
कुलवन्त कौन का ऊपरी होंठ दाँतों तले किचकिचाया, उभरे हुए सीने को भँभोडा, गालों के मुंह भर-भरकर बोसे लिये और चूस-चूसकर उसका सीना थूकों से लथेड़ दिया। पूरा पढ़ें...
कहानी – पंचलाइट (पंचलैट)
गोधन पंचलैट बालना जानता है। लेकिन, गोधन का हुक्का-पानी पंचायत से बंद है। पूरा पढ़ें...
कहानी – लाल पान की बेगम
पूर्णिमा का चाँद सिर पर आ गया है। …बिरजू की माँ ने असली रुपा का मँगटिक्का पहना है आज, पहली बार। बिरजू के बप्पा को हो क्या गया है, गाड़ी जोतता क्यों नहीं, मुँह की ओर एकटक देख रहा है, मानो नाच की लाल पान की… पूरा पढ़ें...
आत्म-संगीत – प्रेमचंद की कहानी
आधी रात थी। नदी का किनारा था। आकाश के तारे स्थिर थे और नदी में उनका प्रतिबिम्ब लहरों के साथ चंचल। एक स्वर्गीय संगीत की मनोहर और जीवनदायिनी... पूरा पढ़ें...
कहानी – अंधेर
नागपंचमी आई। साठे के जिन्दादिल नौजवानों ने रंग-बिरंगे जॉँघिये बनवाये। अखाड़े में ढोल की मर्दाना सदायें गूँजने लगीं। आसपास के पहलवान इकट्ठे हुए और अखाड़े पर तम्बोलियों ने अपनी दुकानें सजायीं क्योंकि आज कुश्ती और दोस्ताना मुकाबले का दिन है। पूरा पढ़ें...
कहानी – दो बहनें
दोनों बहनें दो साल के बाद एक तीसरे नातेदार के घर मिलीं और खूब रो-धोकर खुश हुईं तो बड़ी बहन रूपकुमारी ने देखा कि छोटी बहन रामदुलारी सिर से पाँव तक गहनों से लदी हुई है, कुछ उसका रंग खुल गया है पूरा पढ़ें...
कहानी – दो गज जमीन
यह कहानी पढ़ लेंगे तो आप अनावश्यक रूप से खुद को परेशान करना बंद कर देंगे. पूरा पढ़ें...
कहानी – तीन प्रश्नों के उत्तर
महात्मा की कुटिया तक पहुँचने पर राजा ने देखा कि वे अपनी कुटिया के सामने बने छोटे से बगीचे में फावड़े से खुदाई कर रहे थे। पूरा पढ़ें...
कहानी – तीन संत
“हमारी प्रार्थना है – ईश्वर तीन है और हम भी तीन हैं, इसलिए हम प्रार्थना करते हैं – ‘तुम तीन हो और हम तीन हैं, हम पर दया करो’ – यही हमारी प्रार्थना है।” पूरा पढ़ें...
कहानी – व्यापारी का पतन और उदय (Fall And Rise Of The Merchant)
राजघराने का एक सेवक, जो महल में झाड़ू लगाता था, वह भी इस भोज में शामिल हुआ, मगर गलती से वह एक ऐसी कुर्सी पर बैठ गया जो राज परिवार के लिए नियत थी। पूरा पढ़ें...