श्रीमती गजानंद शास्त्रिणी (व्यंग्य) – सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

श्रीमती गजानन्‍द शास्त्रिणी श्रीमान् पं. गजानन्‍द शास्‍त्री की धर्मपत्‍नी हैं। श्रीमान् शास्‍त्री जी ने आपके साथ यह चौथी शादी की है, धर्म की रक्षा के लिए। शास्त्रिणी के पिता को षोडशी कन्‍या के लिए पैंतालीस साल का वर बुरा नहीं लगा, पूरा पढ़ें...

श्रीमती गजानंद शास्त्रिणी (व्यंग्य) – सूर्यकांत त्रिपाठी निराला