कप्तान साहब – प्रेमचंद की कहानी

जगत सिंह को स्कूल जान कुनैन खाने या मछली का तेल पीने से कम अप्रिय न था। वह सैलानी, आवारा, घुमक्कड़ युवक थां कभी अमरूद के बागों की ओर निकल जाता और अमरूदों के साथ माली की गालियॉँ बड़े शौक से खाता। पूरा पढ़ें...

कप्तान साहब – प्रेमचंद की कहानी