सौत – प्रेमचंद की कहानी

जब रजिया के दो-तीन बच्चे होकर मर गये और उम्र ढल चली, तो रामू का प्रेम उससे कुछ कम होने लगा और दूसरे व्याह की धुन सवार हुई। आये दिन रजिया से बकझक होने लगी। पूरा पढ़ें...

सौत – प्रेमचंद की कहानी