रबीन्द्रनाथ टैगोर के अनमोल विचार

रवीन्द्रनाथ टैगोर ज्यादातर अपनी पद्य कविताओं के लिए जाने जाते है, टैगोर ने अपने जीवनकाल में कई उपन्यास, निबंध, लघु कथाएँ, यात्रावृन्त, नाटक और हजारों गाने भी लिखे हैं। इन्ही कार्यों से उपजे उनके कई प्रेरणादायक अनमोल विचार हैं। आइये जानते है उन्ही विचारों को। पूरा पढ़ें...

रबीन्द्रनाथ टैगोर के अनमोल विचार

कहानी – पिंजर

जब मैं पढ़ाई की पुस्तकें समाप्त कर चुका तो मेरे पिता ने मुझे वैद्यक सिखानी चाही और इस काम के लिए एक जगत के अनुभवी गुरु को नियुक्त कर दिया। मेरा नवीन गुरु केवल देशी वैद्यक में ही चतुर न था, बल्कि डॉक्टरी भी जानता था। पूरा पढ़ें...

कहानी – पिंजर

कहानी – भिखारिन

अन्धी ने अपनी झोंपड़ी में एक हांडी गाड़ रखी थी। संध्या-समय जो कुछ मांगकर लाती उसमें डाल देती और उसे किसी वस्तु से ढांप देती। इसलिए कि दूसरे व्यक्तियों की दृष्टि उस पर न पड़े। खाने के लिए अन्न काफी मिल जाता था। उससे काम चलाती। पूरा पढ़ें...

कहानी – भिखारिन

कहानी – काबुलीवाला by Rabindranath Tagore

काबुलीवाला रबीन्द्रनाथ टैगोर की ऐसी कहानियों में से एक है जिनको आप जब भी पढ़ेंगे आपकी आँखें नाम हो जाएगी. एक बच्ची और काबुली बेचने वाले के बीच जो करुण रिश्ता है उसको शब्दों में बयाँ नहीं किया जा सकता. उसे आप आँखें मूंदकर बस महसूस करना चाहते है. पूरा पढ़ें...

कहानी – काबुलीवाला by Rabindranath Tagore