बाढ़ और राहत बचाव कार्य – तेनालीराम की कहानी

एक बार विजयनगर में बाढ़ के कारण गावं के गावं पानी में डूब गए जिसकी वजह से गावं के लोगो का काफी नुकसान हो गया। जब महाराज कृष्णदेव राय को इस प्राकृतिक आपदा के बारें में बताया गया तो उन्होंने फ़ौरन एक मंत्री को राज्यभर में राहत कार्य शुरू करने को कहा। पूरा पढ़ें...

बाढ़ और राहत बचाव कार्य – तेनालीराम की कहानी

तेनालीराम के बाग की सिंचाई – तेनालीराम की कहानी

एक बार विजयनगर में भीषण गर्मी के कारण सूखे की स्थिति पैदा हो गई। राज्य की नदियों -तालाबों का जलस्तर घट जाने के कारण पानी की विकट समस्या खड़ी हो गई। सूखे के कारण नगर के सभी बाग़ – बगीचे भी सूखने लगे। पूरा पढ़ें...

तेनालीराम के बाग की सिंचाई – तेनालीराम की कहानी

मटके में मुंह – तेनालीराम की कहानी

एक बार महाराज कृष्णदेव राय किसी बात पर तेनालीराम से नाराज हो गए। गुस्से में आकर उन्होंने तेनालीराम से भरी राजसभा में कह दिया कि कल से मुझे दरबार में अपना में अपना मुंह मत दिखाना। उसी समय तेनालीराम दरबार से चला गया। पूरा पढ़ें...

मटके में मुंह – तेनालीराम की कहानी

तेनालीराम और चोटी का किस्सा – तेनालीराम की कहानी

एक दिन बातों-बातों में राजा कृष्णदेव राय ने तेनालीराम से पूछा, ‘अच्छा, यह बताओ कि किस प्रकार के लोग सबसे अधिक मूर्ख होते हैं और किस प्रकार के सबसे अधिक सयाने?’ पूरा पढ़ें...

तेनालीराम और चोटी का किस्सा – तेनालीराम की कहानी