माता का हृदय – प्रेमचंद की कहानी

माधवी की आँखों में सारा संसार अँधेरा हो रहा था। कोई अपना मददगार न दिखायी देता था। कहीं आशा की झलक न थी। उस निर्धन घर में वह अकेली पड़ी रोती थी पूरा पढ़ें...

माता का हृदय – प्रेमचंद की कहानी