आत्म-संगीत – प्रेमचंद की कहानी

आधी रात थी। नदी का किनारा था। आकाश के तारे स्थिर थे और नदी में उनका प्रतिबिम्ब लहरों के साथ चंचल। एक स्वर्गीय संगीत की मनोहर और जीवनदायिनी... पूरा पढ़ें...

आत्म-संगीत – प्रेमचंद की कहानी

कहानी – तीन संत

“हमारी प्रार्थना है – ईश्वर तीन है और हम भी तीन हैं, इसलिए हम प्रार्थना करते हैं – ‘तुम तीन हो और हम तीन हैं, हम पर दया करो’ – यही हमारी प्रार्थना है।” पूरा पढ़ें...

कहानी – तीन संत

कहानी – व्यापारी का पतन और उदय (Fall And Rise Of The Merchant)

राजघराने का एक सेवक, जो महल में झाड़ू लगाता था, वह भी इस भोज में शामिल हुआ, मगर गलती से वह एक ऐसी कुर्सी पर बैठ गया जो राज परिवार के लिए नियत थी। पूरा पढ़ें...

कहानी – व्यापारी का पतन और उदय (Fall And Rise Of The Merchant)