तेंतर – प्रेमचंद की कहानी

आखिर वही हुआ जिसकी आंशका थी; जिसकी चिंता में घर के सभी लोग और विषेशत: प्रसूता पड़ी हुई थी। तीनो पुत्रो के पश्चात् कन्या का जन्म हुआ। पूरा पढ़ें...

तेंतर – प्रेमचंद की कहानी