सिर्फ़ एक आवाज़ – प्रेमचंद की कहानी

सुबह का वक्त था। ठाकुर दर्शनसिंह के घर में एक हंगामा बरपा था। आज रात को चन्द्रग्रहण होने वाला था। ठाकुर साहब अपनी बूढ़ी ठकुराइन के साथ गंगाजी जाते थे इसलिए सारा घर उनकी पुरशोर तैयारी में लगा हुआ था। पूरा पढ़ें...

सिर्फ़ एक आवाज़ – प्रेमचंद की कहानी