संत कबीर के ये दोहे पढ़ लोगे तो जीवन जीना आ जाएगा
संत कबीर के दोहे हर युग में प्रासंगिक रहे है. कैसे वो जीना सिखाते है यह पढ़ना, देखना और सुनना हमेशा ही आनंददायी होता है. आज ऐसे ही उनके द्वारा रचित दस दोहे हम आपके लिए लाए है. ये दोहे हमें बेहतर जीवन जीने के लिए हमेशा प्रेरित करते है.
1. अपने अंदर एक बार झाँको, खुद की औकात का पता चल जाएगा.
2. स्नेह और प्रेम से बड़ी संपत्ति आज तक कोई भी अर्जित नहीं कर पाया.
3. किसी को ढूंढने में वक़्त बरबाद मत कीजिए, खुद ही बन जाइए.
4. कपड़े तलवार से नहीं, सुई से ही सील सकते हो. ये बात महात्मा कबीर तुम्हें खुद बता रहे है.
5. हैव पैसेन्स गायज. . .अब तो म्युचुअल फंड वाले भी यही सलाह देते है.
6. कुछ ना कुछ जब करना ही है, तो कोशिश करने में क्या हर्ज़ है भाइयो - बहनों. .!!
7. संत कबीर ये भी बताए थे कि फ़ोकट का फायदा कैसे उठाया जा सकता है.
8. अभी के परिवेश में तो सबसे ज्यादा प्रासंगिक ये दोहा है.
9. हीरा की पहचान तो जौहरी ही करता है. ठीक वैसे ही जैसे हीरो की पहचान करण जोहर करता है.
10. बोया पेड़ बबूल का तो अमुआ कहाँ से खाय कबीरा. .??
इसी तरह के बेजोड़ स्टोरी के लिए BejodJoda.com के फेसबुक पेज को लाईक एवं ट्विटर पेज को फॉलो करें. आपको अपडेट्स मिलते रहेंगे.