आईपीएल (IPL) : सबसे ज्यादा स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी
हमारे देश में गर्मी बढ़ने से पहले से पहले एक और गर्मी चढ़ती है. एक ऐसी गर्मी जो हर क्रिकेट प्रेमी को पसीने से तर कर देती है. नाम है - इंडियन प्रीमियर लीग. पहले हम सभी क्रिकेट प्रेमी को भारत - पकिस्तान का टक्कर देखने का इंतज़ार रहता था, लेकिन अब इस लिस्ट में एक दूसरा नाम भी आ गया है. लगभग दो महीने चलने वाले क्रिकेट के इस महाकुंभ में आये दिन नए - नए रिकॉर्ड्स बनाते रहते है. ऐसे ही कुछ चुनिंदा रिकॉर्ड्स की सूचि आपको बताने के लिए हमने इंडियन प्रीमियर लीग के नाम से एक सीरीज शुरू किया है. इस सीरीज के अंतर्गत हम ऐसे ही बने कुछ रिकॉर्ड्स पड़ोसते रहेंगे. तो ये पुरे सीजन बेजोड़ जोड़ा के साथ आईपीएल का आनंद लीजिये. . .
आज के इस खास सीरीज में हम बात करेंगे आईपीएल के अब तक के इतिहास के सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर की. ये एक ऐसा दिन होता है जब बल्लेबाज अपने आपको पूरी तरह से खोल देता है. इस दिन उसे क्रिकेट वाली गेंद भी फुटबॉल के माफिक नज़र आती है. देसी भाषा में बोले तो माता सवार हो जाती है उस दिन बल्लेबाजों के ऊपर. वो इस दिन किसी की नहीं सुनते. वो सुनना चाहता है सिर्फ एक तड़कती हुई आवाज जो बैट और बॉल के टकराने से उत्पन्न होती है. तो आइए आज जानते है आईपीएल के टॉप टेन स्कोरर के बारे में.
1. क्रिस गेल
23 अप्रैल 2013 को बेंगलुरु में हुए आईपीएल के इस मैच को अगर अब तक सा सबसे बड़ा मैच कहा जाए तो कुछ भी गलत नहीं होगा. इस दिन गेल अपने पुरे फॉर्म में थे और सामने था उस सीजन के सबसे कमजोर टीमों में एक - सहारा पुणे वारियर्स. ओवर की पहली गेंद से ही जब गेल बरसना शुरू हुए तो बीसवें ओवर की आखिरी बॉल तक रनों की सुनामी आ चुकी थी. आईपीएल के अब तक के बने कितने ही रिकॉर्ड धराशाई हो चुका था. सामने वाले टीम के बॉलर्स की इकोनॉमी 18, 22 और 29 पहुँच चुकी थी. जब इनिंग ख़तम हुआ तो टीम का स्कोर था 263/5. गेल का स्कोर था 175 नाबाद. सिर्फ 66 गेंदे खेलकर 175 रन बनाने वाले गेल ने 17 छक्के और 13 चौके लगाए थे. उस दिन गेल का स्ट्राईक रेट था 265.15. किसी भी नार्मल बल्लेबाज का इतना स्ट्राईक रेट सपने में भी नहीं आता है. उस दिन गेल ने सिर्फ छक्का लगाकर 102 रन बनाये थे. टीम के स्कोर का रिकॉर्ड और व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड अब तक बना हुआ है. यह मैच आरसीबी 130 रनों से जीता था.
2. ब्रेंडन मैकुलम
यह आईपीएल के इतिहास का पहला मैच था. तब के बैंगलोर (अब बेंगलुरु) से इस सफर की शुरुआत हुई थी. केकेआर और आरसीबी के बीच हुआ यह पहला मुकाबला एकतरफा रहा था. केकेआर ने इस मैच को 140 रनों के बड़े अंतर से जीता था. लेकिन पहले ही मैच से आईपीएल का भविष्य दिख गया था. विश्लेषकों को तभी लग गया था की यह एक बहुत बड़ा प्लेटफार्म बनाने वाला है. इस मैच में केकेआर की तरफ से ओपनिंग करने आये ब्रेंडन मैकुलम अंत तक आउट नहीं हुए. लेकिन जब इनिंग ख़त्म हुई तो वह केवल 73 गेंदों पर 158 रनों की विशाल पारी खेल चुके थे. जिसमें उन्होंने 10 चौके और 13 गगनचुम्बी छक्के लगाए थे.
3. एबी डिविलियर्स
साल 2015 में मई की गर्मी चल रही थी, महीना का दसवां दिन. और इसी गर्मी में डिविलियर्स मुंबई के खिलाफ मुंबई में ही अपनी गर्मी निकाल रहे थे. गेल जब जल्दी आउट हुए तब लगा की सबकुछ अब नार्मल रहेगा, लेकिन जब तक डिविलियर्स क्रीज़ कर रहे कुछ भी नार्मल नहीं था. चौथे ओवर में क्रीज़ पर आने वाले डिविलियर्स अंत तक आउट नहीं हुए और अपनी 59 गेंदों की पारी में 133 रन बनाये. जिसमें 19 चौके और 4 छक्के शामिल थे. इस मैच को आरसीबी 39 रनों से जीता था.
4. मुरली विजय
अप्रैल 2010 में जब महीने के तीसरे दिन चेन्नई सुपरकिंग्स राजस्थान रॉयल्स से चेन्नई में भिड़ा तो ये मुकाबला काफी दमदार रहा. चेन्नई की और से ओपनिंग करते हुए मुरली विजय जब इनिंग ख़तम होने के दो बॉल पहले आऊट हुए तब तक वो रॉयल्स के खिलाडियों को पुरे मैदान में दौड़ा चुके थे. 56 गेंदों में 127 रन बनाने वाले मुरली विजय ने उस दिन 8 चौके और 11 छक्के लगाए थे. चेन्नई के 247 रनों का पीछा करते हुए रॉयल्स भी 223 बना चुका था. सुपरकिंग्स ने इस मैच को 23 रनों से जीता.
5. डेविड वार्नर
30 अप्रैल 2017 को जब हैदरबाद के खिले हुए पिच पर जब वार्नर ने मारना शुरू किया तो गेंदबाजों के होश फ़ाख्ता हो गए. सनराइजर्स के 209 रनों के जवाब में केकेआर सिर्फ 161 रन ही बना पाया और 48 रनों से मैच हार गया. वार्नर इस मैच में 10 चौकों और 8 छक्कों के साथ सिर्फ 59 गेंदों में 126 रनों की पारी खेली.
6. वीरेंदर सहवाग
साल 2014 में पहला क्वालीफायर जीतकर केकेआर दूसरी बार फाइनल में पहुंच चुका था. अब बारी थी दूसरे क्वालीफायर की तो अब यहां पंजाब चेन्नई से मुंबई में भिड़ रही थी. मई महीने की 30 तारीख. और यहां से शुरू होता है विंटेज वीरू के कारनामे. उस दिन क्या नेहरा जी, क्या आश्विन. सबके बड़े स्तर पर धुलाई जारी थी. जब इनिंग ख़त्म हुई तो बोर्ड पर 226 रन टंग चुके थे. अकेले सहवाग के बल्ले से 122 रन. 58 गेंदों में 12 चौके और 8 छक्कों से सजी शानदार पारी.
7. पॉल वल्थाटी
आईपीएल के सबसे गुमनाम सितारों में एक. 13 अप्रैल 2011 को मोहाली में खेले गए इस मैच में सुपरकिंग्स पहले खेलते हुए 188 रन बनाकर मज़बूत स्थिति में थी. लेकिन जब पंजाब की इनिंग शुरू हुई तो मुश्किल जैसा कुछ था ही नहीं. एक समय आँख में चोट लगने से बाहर हुए पॉल वल्थाटी का क्रिकेट खेलना लगभग नामुमकिन लग रहा था. लेकिन जब उन्होंने वापसी की तो सब उनको जानने को बेचैन हो उठे. ओपनिंग करने उतरे वल्थाटी आउट हुए बिना 120 रन बनाये और एक ही हाथ से मैच जीत लिया. 63 गेंदों में खेली गयी इस पारी में 19 चौके और 2 छक्के शामिल थे.
8. एंड्र्यू सायमंड्स
आईपीएल के पहले सीजन में 24 अप्रैल को जब लोग इस तमाशे को एन्जॉय करना शुरू ही किए थे तब सायमंड्स ने एक और ताबड़तोड़ रनों की बरसात की. ये कंगारू आलराऊंडर उस दिन अपना नैचुरल गेम खेल रहे थे. उनका यही स्टाइल था. डेक्कन चार्जर्स की और से खेलते हुए सायमंड्स ने 117 रनों की पारी खेली. ये रन सिर्फ 53 गेंदों में 11 चौके और 7 छक्कों से आया था. हांलाकि राजस्थान रॉयल्स 215 रनों के टारगेट को एक गेंद शेष रहते ही चेज कर लिया था.
9. माइकल हसी
सहवाग के शतक के बावजूद पंजाब आज 1 जून 2014 को बेंगलुरु में अपना पहला फाइनल खेल रहा था. सामने थी टीम केकेआर. जिसका यह दूसरा फाइनल था. सहवाग तो यहां वह कारनामा नहीं दोहरा सके लेकिन उनके ही टीम के विकेटकीपर बैट्समैन रिद्धिमान साहा ने यह बखूबी किया. सहवाग और बैली के जल्दी आऊट होने के बाद तीसरे नंबर पर बैटिंग करने उतरे रिद्धिमान ने 66 गेंदों में शानदार 115 रन बनाये और बिना आऊट हुए अपनी इनिंग को ख़त्म किया. हालाँकि 199 का टारगेट पंजाब नहीं बचा सका और केकेआर ने 7 विकेट खोकर आखिरी गेंद पर लक्ष्य हासिल कर अपना दूसरा ट्रॉफी जीता.
115 रनों का रिकॉर्ड एक और खिलाडी शॉन मार्श के नाम है जिन्होंने पंजाब के तरफ से खेलते हुए ही बनाया था. लेकिन वो आउट हो गए थे इसीलिए रिद्धिमान साहा का नंबर पहले आता है.
आईपीएल के इसी तरह के बेजोड़ रिकॉर्ड्स को जानने के लिए हमारी इस खास सीरीज का हिस्सा बने रहिए. साथ ही अपनी राय हमें कॉमेंट बॉक्स में भेजते रहिए. लेटेस्ट अपडेट के लिए आप हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो भी कर सकते है.