Marilyn Monroe

मैरीलीन मोनरो की जीवनी

Marilyn Monroe

मैरीलीन मोनरो अपने समय की ऐसी अभिनेत्री थीं जिसे संसार फिल्म इतिहास की शुरुआती समय के “ब्लॉन्ड बॉम्ब्शेल” के तौर पर जानता है. उनकी जीवन यात्रा तो छोटी रही पर नाम इतने बड़े हुए की फ़िल्मी हीरोइन्स की बात जब भी होती है उनका नाम स्वयं ही आ जाता है. उनकी सुंदरता और ब्लॉन्ड अवतार के कौन कायल नहीं रहे. आइए आज बात करते है उन्ही के जीवन और फिल्मी सफर के बारे में. 

प्राम्भिक जीवन

मैरीलीन मोनरो का जन्म 1 जून, 1926 को हुआ था. मैरीलीन मोनरो उनका असली नाम नहीं है. उनका असली नाम नोर्मा जीन बेकर है. मैरीलीन मोनरो नाम उसे Twentieth Century-Fox ने दिया था. उनकी माँ ग्लैडिस मोर्टेंसन एक फिल्म तकनीशियन थी. उसके पिता एडवर्ड मोर्टेंसन इसके जन्म लेने के बाद ही फॅमिली को छोड़ दिया था. माना ये भी जाता है कि मैरीलीन का  असली पिता स्टूडियो का कोई और एम्पलॉई, सी स्टैनली गिफ्फोर्ड था.

उसकी माँ ग्लैडिस का मानसकि रोग उसके जन्म लेते ही जोर पकड़ लिया था और मैरीलीन के बचपन का अधिकतर समय माँ के बिना ही रहा क्यूकी उसकी माँ हॉस्पिटल में ही रही. मैरीलीन 12  फोस्टर होम और एक अनाथालय में पली बढ़ी. उसने अपनी हाई स्कूल की पढाई वैन नूइस हाई स्कूल, लॉस Angeles, कैलिफ़ोर्निया से किया.

16 साल की उम्र में मैरीलीन की शादी २० वर्ष के जेम्स डोर्टी से हुई और वह फोस्टर होम के सिस्टम से बाहर निकली. विवाह के एक वर्ष बाद 1943  में मैरीलीन के हस्बैंड ने US मर्चेंट मरीन ज्वाइन किया और मैरीलीन ने वर्ल्ड वॉर २ के लिए बनी फैक्ट्री “एयरलाइन प्लांट” को. वहां मैरीलीन पहले पैराशूट इंस्पेक्टर के तौर पर और उसके बाद पेंट स्प्रेयर के तौर पर काम की.

सरकार की तरफ से प्लांट में करनेवाली महिलाओं का प्रमोशनल फोटोग्राफी हो रही थी. उसी फोटोग्राफी से गोरी, डार्क-ब्राउन हेयर वाली मैरीलीन को पता चला कि उसके फोटोग्राफ अच्छे आते है. फिर उसने मॉडलिंग कोर्स की और पार्ट-टाइम फोटोग्राफर की मॉडल के तौर पर काम करने लगी.

फोटोग्राफर की मॉडल के तौर पर उसकी सफलता ने मैरीलीन को अभिनेत्री बनने के सपने की राह को प्रशस्त कर दिया. 1946 में उसने अपने हस्बैंड डोर्टी से तलाक ले लिया और ब्लोंड दिखने के लिए बाल का ब्लीचिंग करवा लिया.

उसने 26 अगस्त, 1946 को $125 per month पर ट्वेंटिएथ सेंचुरी-फॉक्स के साथ एक साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया.  वही पर कास्टिंग डायरेक्टर, बेन ल्योन ने मैरीलीन नाम सजेस्ट किया. जैसे कि हमने शुरू में बताया मैरीलीन का असली नाम नोर्मा जीन बेकर था. नोर्मा जीन ने मैरीलीन के साथ अपनी ग्रैंडमदर के लास्ट नाम “मोनरो” को ऐड कर लिया और बन गई मैरीलीन मोनरो.

अभिनेत्री के तौर पर

उस साल मैरीलीन को कुछ खास करने को मिला नहीं. अगले साल उसने कोलंबिया कंपनी के साथ एक साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया. परिणाम वहां भी ऐसा ही रहा.

1950  में मैरीलीन फुल-लेंथ न्यूड (नग्न) फोटोशूट के लिए पोज़ दी. जिसे फोटोग्राफर टॉम केली ने एक कैलेंडर को बेचा. उसी साल एक छोटा रोल उसे “द एस्फाल्ट जंगल” फिल्म में मिला. क्रेडिट में उसका नाम तक मेंशन नहीं किया गया. पर उसकी फैन फोल्लोविंग तो बन गई. उसकी “ब्लोंड बॉम्ब्शेल” वाली इमेज बननी शुरू वही से हो गई.

ट्वेंटिएथ सेंचुरी-फॉक्स ने मैरीलीन मोनरो को फिर से एक नई कॉन्ट्रैक्ट के लिए साइन किया और इस बार 7  साल के लिए. वो फिल्म “All About Eve” में दिखी. 1953 में पहली बार बतौर स्टार रोल मिला फिल्म “Niagara” में. “Gentlemen Prefer Blondes” में वो गाने के साथ दिखी और उसे पहली बार अपना ड्रेसिंग रूम भी मिला.

जनवरी 1954 में मैरीलीन मोनरो ने प्रसिद्द बेसबॉल खिलाड़ी “Joe DiMaggio” से विवाह रचा. यह विवाह भी चल नहीं पाया. कुछ महीनो के बाद ही अक्टूबर में टूट गया.

Seven Year Itch

1955 की फिल्म “The Seven Year Itch” के लिए मैरीलीन फोटोग्रफी में शामिल हुई जो कि बहुप्रसिद्ध फोटोग्राफिक स्टंट के रूप जाना गया. इस फोटोग्रफी में सफेद हॉल्टेर पोशाक में दिखाई दीं, जिसमें उनकी स्कर्ट एक बग़ल की जाली से एक ड्राफ्ट द्वारा हवा में लहराई गइ , और मैरीलीन अपनी पोशाक को पकड़ने के लिए नीचे झुकी ताकि उनकी क्लीवेज दिखाई जाए. इस फोटोग्राफ को फिल्म प्रमोशन के लिए यूज़ किया गया और यह मैरीलीन मोनरो की आइकोनिक इमेज में से एक बन गइ.

“The Seven Year Itch” की शूटिंग ख़त्म होने के बाद मैरीलीन मोनरो ने अपने एक्टिंग स्किल्स पर काम करने का निर्णय लिया. क्यूकी इस फिल्म में भी उसका रोल एक “Dumb Blonde” यानि कि सुन्दर पर कम बुद्धि वाली का था और मैरीलीन आलोचकों को जवाब देना चाहती थी.

उसने अपना 7 साल का कॉन्ट्रैक्ट तोड़ दिया और एक्टिंग की स्टडी के लिए “एक्टर्स स्टूडियो” “New York” चली गइ. वहां एक साल रही.

सफलता ….. और समस्याएं

1955 में, मैरीलीन ने मिल्टन ग्रीन के साथ मिलकर खुद की कंपनी “मैरीलीन मोनरो प्रोडक्शंस” स्थापित किया और ट्वेंटिएथ सेंचुरी-फॉक्स के साथ एक नया कॉन्ट्रैक्ट साइन किया. उसने 1956 में “बस स्टॉप” नाम की एक मूवी बनाई और आलोचकों से जबरदस्त पॉजिटिव रिस्पांस हासिल करने में सक्षम हुई. लेकिन उसका स्वयं से नियंत्रण ख़त्म होने लगा और वो सेल्फ-डाउट (आत्म संदेह), डिप्रेशन, ड्रग्स और अल्कोहल का शिकार होने लगी.

मैरीलीन मोनरो की माँ और उसके नाना-नानी भी मानसिक रोग के शिकार हुए थे और सबको मानसिक संस्थानों में भर्ती कराया गया था. मैरीलीन अब इंसोम्निया (नींद न आनेवाली बीमारी) से जूझने लगी और स्लीपिंग पिल्स लेने लगी. वह नियमित रूप से साइकेट्रिस्ट से मिलती थी. शराब बहुत ज्यादा पीने लगी थी और काम पर लेट पहुंचने लगी और कभी कभी तो काम कर ही नहीं पाती थी.

आर्थर मिलर से विवाह

“बस स्टॉप” के रिलीज़ के कुछ समय बाद ही मैरीलीन ने प्लेराइट आर्थर मिलर से विवाह रचाया. इस विवाह के लिए वो ज्यूस(Jews) धर्म भी अपनाई. अपने इस नए हस्बैंड के साथ २ साल शांति से बिताई. इस दौरान बहुत कुछ हुआ. उसके हस्बैंड बिजी रहता था. मैरीलीन कई miscarriages (गर्भपात) का  शिकार हो गइ. ये सारी चीज़ें उसके स्वयं पर संदेह बढ़ा दिया, वह आत्मविश्वास खोने लगी, डिप्रेशन का शिकार हो गइ और ड्रग्स और अल्कोहल को सहारा बना ली.

 मैरीलीन की अगली फिल्म “The Prince and the Showgirl” को मिक्स रिव्यु मिला. उसके बाद आई  “Let’s Make Love” और उसके कोस्टार “Montand” के साथ अफेयर.

अगली फिल्म “The Misfits” उसके हस्बैंड आर्थर मिलर के द्वारा लिखित थी. इस फिल्म में उसका काम बहुत अच्छा था. लेकिन इसकी शूटिंग के दौरान अधिकतर वह शराब या पिल्स के नशे में ही रहती थी. लेट आना तो उसके लिए रोज का किस्सा बन गया था. मैरीलीन फिल्म बनने के २ महीने बाद कोस्टार क्लार्क गेबल की मृत्यु से काफी ज्यादा प्रभावित और आहत भी रही.

1961 के आरम्भ में मैरीलीन मोनरो और आर्थर मिलर का डाइवोर्स हो गया. इस दौरान उसके अफेयर्स के अफवाहों की खबरें भी उसे काफी परेशान रखा.  प्रेसिडेन्ट “John F. Kennedy,” और उसके भाई “Robert F. Kennedy” तक के अफेयर्स की खबरें अफवाहों के बाजार को गरम रखा.

अंतिम महीने

मैरीलीन का अगला प्रोजेक्ट “Something’s Got to Give” था. उसका सेट पर देर से आने और बुरी लतों ने उसके इस फिल्म से डिसमिस का कारण बना. उसे कुछ समय के लिए मेन्टल हॉस्पिटल में भी भर्ती कराया गया. उसे फिल्मो में वापस करने का अप्रूवल भी मिला पर वो दुबारा कभी काम पर नहीं आई.

दो महीने बाद उसे उसके “Los Angeles” वाले घर में हाउसकीपर ने मृत पाया. वहां पर स्लीपिंग पिल्स की एक बोतल खाली पड़ी थी. कॉरोनर (जांचकर्ता) के अनुसार पिल्स का ओवरडोज़ मृत्यु का कारण था और इस मौत को सम्भवतः सुसाइड का केस बताया. किसी तरह की साजिश का साक्ष्य नहीं मिला.

मैरीलीन मोनरो के फ्यूनरल की प्लानिंग उसके दूसरे हस्बैंड “Joe DiMaggio” ने किया. और इस तरह से महज 36 साल की उम्र में इस चमचमाते सितारा का अस्त हो गया. 

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