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पाँचवा तंत्र – प्रारंभ की कथा – अपरीक्षित कारक की कहानी
दक्षिण प्रदेश के एक प्रसिद्ध नगर पाटलीपुत्र में मणिभद्र नाम का एक धनिक महाजन रहता था । लोक-सेवा और धर्मकार्यों में रत रहने से उसके धन-संचय में कुछ़ कमी आ गई, समाज में मान घट गया । पूरा पढ़ें...
स्त्री-भक्त राजा – लब्ध प्रणाश की कहानी
एक राज्य में अतुलबल पराक्रमी राजा नन्द राज्य करता था । उसकी वीरता चारों दिशाओं में प्रसिद्ध थी । आसपास के सब राजा उसकी वन्दना करते थे । पूरा पढ़ें...
स्त्री का विश्वास – लब्ध प्रणाश की कहानी
एक स्थान पर एक ब्राह्मण और उसकी पत्नी बड़े प्रेम से रहते थे । किन्तु ब्राह्मणी का व्यवहार ब्राह्मण के कुटुम्बियों से अच्छा़ नहीं था । परिवार में कलह रहता था । पूरा पढ़ें...
कुत्ता जो विदेश चला गया – लब्ध प्रणाश की कहानी
एक गाँव में चित्रांग नाम का कुत्ता रहता था । वहां दुर्भिक्ष पड़ गया । अन्न के अभाव में कई कुत्तों का वंशनाश हो गया । अन्न के अभाव में कई कुत्तों का वंशनाश हो गया । पूरा पढ़ें...
सियार की रणनीति – लब्ध प्रणाश की कहानी
एक राज्य में अतुलबल पराक्रमी राजा नन्द राज्य करता था । उसकी वीरता चारों दिशाओं में प्रसिद्ध थी । आसपास के सब राजा उसकी वन्दना करते थे । पूरा पढ़ें...
अविवेक का मूल्य – लब्ध प्रणाश की कहानी
एक गांव में उज्वलक नाम का बढ़ई रहता था । वह बहुत गरीब था । ग़रीबी से तंग आकर वह गांव छो़ड़कर दूसरे गांव के लिये चल पड़ा । पूरा पढ़ें...
वाचाल गधा और धोबी – लब्ध प्रणाश की कहानी
एक शहर में शुद्धपट नाम का धोबी रहता था । उसके पास एक गधा भी था । घास न मिलने से वह बहुत दुबला हो गया । धोबी ने तब एक उपाय सोचा । पूरा पढ़ें...
गीदड़ गीदड़ ही रहता है – लब्ध प्रणाश की कहानी
एक जंगल में शेर-शेरनी का युगल रहता था । शेरनी के दो बच्चे हुए । शेर प्रतिदिन हिरणों को मारकर शेरनी के लिये लाता था । दोनों मिलकर पेट भरते थे । पूरा पढ़ें...
कुम्हार की कहानी – लब्ध प्रणाश की कहानी
युधिष्ठिर नाम का कुम्हार एक बार टूटे हुए घड़े के नुकीले ठीकरे से टकरा कर गिर गया । गिरते ही वह ठीकरा उसके माथे में घुस गया । खून बहने लगा । पूरा पढ़ें...
शेर और मूर्ख गधा – लब्ध प्रणाश की कहानी
एक घने जङगल में करालकेसर नाम का शेर रहता था । उसके साथ धूसरक नाम का गीदड़ भी सदा सेवाकार्य के लिए रहा करता था । पूरा पढ़ें...