राधिका आप्टे: आज के दौर की सबसे मज़बूत अभिनेत्री
अगर आप शीर्षक देख कर चौंक पड़े हैं और अपने मन में कुछ ख्याल ला रहे हैं तो एक मिनट ठहरिये. यहाँ हम आपको इस शीर्षक को फिर से पढ़ने के लिए बोल रहे हैं. यहाँ हम अभिनेत्री लिखे हैं, हिरोईन नहीं. एक मज़बूत अभिनेत्री और एक मज़बूत हिरोईन दोनों में बहुत बड़ा फर्क है. इस फर्क का पता आपको आगे पढ़ते हुए पता चलता जाएगा.
7 सितम्बर 1985 को तमिलनाडु के वेल्लोर में पैदा हुई राधिका पुणे में पली बढ़ी हैं. पुणे के नामी न्यूरोसर्जन डॉ. चारुदत्त आप्टे उनके पिताजी हैं. एक डॉक्टर के घर में पैदा होने के बाद भी राधिका गणित की पढाई की और साथ ही इकोनॉमिक्स की भी. मतलब यह है कि वो इकोनॉमिक्स और गणित दोनों में ग्रेजुएट हैं. वो पुणे के ही फर्ग्युसन कॉलेज से स्नातक हैं. बड़ी होती राधिका के मन में एक बात तो साफ था की उसे डॉक्टरी की पढाई नहीं करनी हैं. और जो करनी थी, उसे करने के लिए वो रोहिणी भाटे के पास गयी. रोहिणी कत्थक डांस सिखाती हैं, सो राधिका उनके पास आठ सालों तक कत्थक डांस सीखी और साथ ही में थियेटर तो चल ही रहा था.
कॉलेज के दिनों में ही वो फिल्मों में भी काम करना शुरू कर दी थी. जब उनकी पहली फिल्म साल 2005 में आयी तो वह उस वक़्त कॉलेज में ही पढ़ रही थी और उनके अनुसार उस फिल्म को वो मज़ाक-मज़ाक में ही कर ली थी. कॉलेज ख़त्म हुआ तो अब फिर फिल्मों में काम करने की बारी आयी. अब उनकी असली यात्रा यहाँ से शुरू होती है. साल था 2007-08 का, जब निर्देशक अनिरुद्ध रॉय चौधरी (फिल्म पिंक के निर्देशक) अपनी एक बंगाली फिल्म अंतहीन के लिए एक नायिका ढूंढ रहे थे जब अभिनेता राहुल बोस ने उन्हें राधिका का नाम सजेस्ट किया. जब साल 2009 में फिल्म बनकर सिनेमाघरों में रिलीज हुई तो सब भौंचक्के थे. राधिका का काम बहुत ही आला दर्जे का था. टीवी पत्रकार बृंदा रॉय मेनन के किरदार को वो आत्मसात कर ली थी. अब यहाँ से लगने लगा था की अगर यह लड़की बॉलीवुड मेनस्ट्रीम में आयी तो इसके अभिनय क्षमता की मज़बूती एक अलग मुकाम पर पहुँच जाएगी.
इसके बाद समय के साथ इनकी रामगोपाल वर्मा निर्देशित रक्त चरित्र और शोर इन द सिटी जैसी फ़िल्में आयी लेकिन बॉलीवुड में उनका कुछ बड़ा नहीं हो पा रहा था. अब कैरियर साऊथ के फिल्मों की तरफ मूव कर चूका था और वहाँ पर उसे लगातार काम मिल भी रहा था. एक ही समय में राधिका हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयाली, बंगाली और मराठी सभी भाषा की फ़िल्में कर रही थी.
किरदार और व्यक्तित्व को मज़बूती देने का सिलसिला
वक्त अपनी रफ़्तार से बढ़ता गया और फिर आ गया साल २०१५. इस साल राधिका की सभी भाषाओं में कुल आठ फिल्में रिलीज हुई, जो कि इस दौर में बमुश्किल ही देखने को मिलता है. इसी साल आयी दिर्देशक श्रीराम राघवन की फिल्म बदलापुर में राधिका का महज एक छोटा सा रोल था, जिसमें उसे वरुण धवन के सामने अपने शरीर से सभी कपड़े उतारने होते हैं. वो सीन जहां वरुण धवन का पात्र रघु अपनी पत्नी और बेटी की मौत का बदला लेने के लिए दोषी हरमन (विनय पाठक) तक पहुंच जाता है. उसकी गर्लफ्रेंड कोको (राधिका) को वो बेइज्जत करता है. उस सीन में वो एक-एक करके उसके कपड़े उतरवाता है. अंतर्वस्त्रों में राधिका वो सीन पूरा करती हैं. समझा जा सकता है कि इसे करते हुए उन्हें किस दिमाग़ी मजबूती की जरूरत रही होगी. राधिका के फिल्मी जीवन के सबसे महत्वपूर्ण यादगार दृश्यों में एक ये है. इस सीन को आप निचे देख सकते हैं:
इसी साल उनकी एडल्ट कॉमेडी हंटर और नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ मांझी - द माउंटेन मैन आयी. सभी में उनके काम की बेहद तारीफ़ हुई. फिर अगले साल यानी की 2016 में लीना यादव की एक फिल्म आयी पार्च्ड. यह चार राजस्थानी महिला की कहानी है जो आज़ाद होना चाहती है. इस फिल्म में उनका एक न्यूड सीन पोर्ट्रे किया गया है जो उनकी अभिनय की काबिलियत को एक नयी ऊँचाई पर ले जाता है. कलात्मकता कितनी पैनी चीज होती है यह इस सीन को देखकर समझा जा सकता है. वीडियो यहाँ देखिये:
अभी इसी साल वह अक्षय कुमार के साथ फिल्म पैडमैन में नज़र आयी थी. साथ ही इस साल नेटफ्लिक्स पर उनकी अच्छी-खासी उपस्थिति देखी गयी है. वेब सीरीज सेक्रेड गेम्स और घोउल के बाद वो नेटफ्लिक्स की फिल्म लस्ट स्टोरीज में भी नज़र आयी थी. अभी आयुष्मान खुराना के साथ उनकी फिल्म अंधाधुन ५ ओक्टोबर को रिलीज होने वाली है. साथ ही चार-पांच और इनकी फ़िल्में लाइन में है.
आज राधिका का जन्मदिन है तो हम उन्हें ढ़ेर सारी बधाई देते हैं और उम्मीद करते हैं की वो इसी तरह हमें मनोरंजन देती रहेगी.
हैप्पी बड्डे राधिका आप्टे. .!!
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