नेल्सन मंडेला की वो बातें जो हर युग में प्रासंगिक रहेगी
दक्षिण अफ्रीका के प्रथम अश्वेत राष्ट्रपति नेल्सन रोलीह्लला मंडेला का जन्म 18 जुलाई 1918 को म्वेज़ो, ईस्टर्न केप, दक्षिण अफ़्रीका संघ में हुआ था. रोहिल्हाला का अर्थ होता है पेङ की डालियां तोङने वाला या प्यारा शैतान बच्चा। इनके पिता का नाम गेडला हेनरी म्फ़ाकेनिस्वा और माता का नाम नेक्यूफी नोसकेनी था. बारह वर्ष की अल्प आयु में उनके सर से पिता का साया उठ गया था।
नेल्सन मंडेला की प्रारंभिक शिक्षा क्लार्कबेरी मिशनरी स्कूल में एवं स्नातक शिक्षा हेल्डटाउन में हुई थी। ‘हेल्डटाउन’ अश्वेतों के लिए बनाया गया विशेष कॉलेज था। इसी कॉलेज में मंडेला की मुलाकात ‘ऑलिवर टाम्बो’ से हुई, जो जीवन भर उनके दोस्त एवं सहयोगी रहे। 1940 तक नेल्सन मंडेला और ऑलिवर ने कॉलेज कैंपस में अपने राजनैतिक विचारों और क्रियाकलापों से लोकप्रियता अर्जित कर ली थी। कॉलेज प्रशासन को जब इसकी खबर लगी तो दोनो को कॉलेज से निकाल दिया गया।
जब मंडेला बड़े हुए तो उन्होंने पाया की उनके देश में अश्वेत लोगो के साथ रंगभेद नीति अपनाई जाती है. तब मंडेला रंगभेद की विरोधी अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस से जुड़ गये. रंगभेद का विरोध करने के कारण इन्हें 27 वर्ष तक जेल में रहना पड़ा. सन 1990 में इन्होने श्वेत सरकार से अलग राज्य के लिए समझौता किया और नया राष्ट्र दक्षिण अफ्रीका की नीव रखी.
संयुक्त राष्ट्रसंघ उनके जन्म दिन को प्रत्येक वर्ष नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाता है. आज उनके जन्मसदी के मौके पर उनके कुछ अनमोल विचार पर गौर करते है.
1. मैं जातिवाद से बहुत नफरत करता हूँ, मुझे यह बर्बरता लगती है. फिर चाहे वह अश्वेत व्यक्ति से आ रही हो या श्वेत व्यक्ति से.
2. एक अच्छा दिमाग और एक अच्छा दिल हमेशा से एक विजयी जोड़ी रही है.
3. विशेष रूप से जब आप जीत का जश्न मनाते हो और जब कभी अच्छी बातें होती है, तब आपको दूसरों को आगे रखकर पीछे से नेतृत्व करना चाहिए और जब भी खतरा हो आपको आगे की लाइन में आना चाहिये. तब लोग आपके नेतृत्व की सराहना करेंगे.
4. अगर आप एक आदमी से उस भाषा में बात करते हैं जिसे वह समझता है, तो वह उसके दिमाग में जाती है. वही अगर आप उसकी अपनी भाषा में बात करते हैं तो वह उसके दिल में उतरती है.
5. मैंने यही सीखा कि साहस डर का अभाव नहीं था, बल्कि इस पर विजय थी. बहादुर आदमी वह नहीं है जो डर को महसूस नहीं करता है, बल्कि वह है, जो उस डर को भी जीत ले.
6. स्वतंत्र होना, सिर्फ अपनी जंजीर को उतार देना मात्र नहीं है, बल्कि इस तरह का जीवन जीना है कि औरों का सम्मान और स्वतंत्रता बढे.
7. क्या कभी किसी ने सोचा है कि वे जो चाहता था वो उन्हें इसलिए नहीं मिला क्योंकि उनके पास प्रतिभा नहीं थी, शक्ति नहीं थी या धीरज नही था, प्रतिबद्धता नहीं थी ?
8. भले ही आपको कोई बीमारी हो तो तब आप बैठकर मूर्ख की तरह उदास मत हो जाओ. जीवन का भरपूर आनंद लें और आपको जो बीमारी लगी है उसे चुनौती दें.
9. कोई भी देश वास्तव में तब तक विकसित नहीं हो सकता जब तक उसके सभी नागरिक शिक्षित नहीं हो जाते.
10. जीवन में सबसे बड़ा गौरव कभी नहीं गिरने में निहित नहीं है, बल्कि हर बार गिर कर हमारे उठने में है.
11. अगर आप अपने दुश्मन के साथ शांति बनाना चाहते हैं, तो आपको अपने दुश्मन के साथ काम करना होगा. तब वह आपका साथी बन बनेगा.
12. हमें बुद्धिमानी से समय का उपयोग करना चाहिए और हमें हमेशा पता होना चाहिए कि समय हमेशा सही काम करने के लिए तैयार है.
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